जिले के 540 अध्यापक करेंगे मूल्यांकन

पांच सेंटरों पर 30 मार्च से शुरू होगा मूल्यांकन कार्य

आगरा। सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर इस बार यूपी बोर्ड एक अप्रैल से सेशन तो शुरू कर रहा है, लेकिन गुरुजी बच्चों को पढ़ाने नहीं आ पाएंगे। बच्चों को बिना गुरुजी के नए सेशन के करीब 12 दिन स्कूल में ऐसे ही गुजारने पड़ेंगे। कारण है हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए विभिन्न सब्जेक्ट के एक्सपर्ट मूल्यांकन कार्य में व्यस्त रहेंगे।

शुरू हो रहा मूल्यांकन

यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद अब मूल्यांकन कार्य की तैयारी की जा रही है। बोर्ड द्वारा इस बार सिटी में 30 मार्च से मूल्यांकन कार्य कराया जा रहा है। मूल्यांकन कार्य के लिए सिटी के विभिन्न स्कूल के 540 टीचर्स की डयूटी लगाई गई है। ये टीचर्स मूल्यांकन कार्य में करीब 12 दिन तक व्यस्त रहेंगे।

नए सेशन में कैसे होगी पढ़ाई

मूल्यांकन कार्य में सिटी के विभिन्न स्कूलों के 540 टीचर्स की डयूटी लगाई गई है, ये टीचर्स मूल्यांकन कार्य में व्यस्त रहेंगे, तो स्कूल में नए सेशन में क्लास अटेंड करने आने वाले स्टूडेंट को कौन पढ़ाएगा। मूल्यांकन कार्य में जो भी टीचर्स लगाए गए हैं, वे अधिकतर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट क्लास के विभिन्न सब्जेक्ट के एक्सपर्ट हैं।

पांच केन्द्रों पर होगा मूल्यांकन

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन सिटी के पांच सेंटरों पर होगा। इसेमें साकेत इंटर कॉलेज, जीआईसी, वैप्टिस्ट स्कूल, एमडी जैन इंटर कॉलेज और आरबीएस इंटर कॉलेज में होगा। मूल्यांकन केन्द्रों पर विभाग द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसी भी अनजान व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।

फेल हुए तो पैसा होगा बर्बाद

नए सेशन एक अप्रैल से शुरू होने से सबसे अधिक परेशान हाईस्कूल के स्टूडेंट हैं। यदि वे फेल हो जाते हैं, तो उन्हे दोबारा हाईस्कूल में पढ़ना पड़ेगा। रिजल्ट की जानकारी उन्हें काफी देर से होगी। ऐसे में वे 11वीं में एडमीशन लें या न लें, इस बात को लेकर ये स्टूडेंट परेशान हैं।

वर्जन

नया सेशन एक अप्रैल से ही शुरू किया जा रहा है, इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। स्कूलों को भी सर्कुलर जारी कर दिया गया है। थोड़ी बहुत दिक्कत आएगी, लेकिन व्यवस्थाएं संभाल ली जाएंगी।

धर्मेन्द्र सिंह, एडीआईओएस