सीबीएसई से कम दामों पर उपलब्ध होगी यह किताबें

बदला सिलेबस, एक अप्रैल से होगा लागू

Meerut। सीबीएसई की तर्ज पर अब यूपी बोर्ड के स्कूल में पढ़ने वाले छात्र भी एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करेंगे। नए सत्र से यह योजना सभी स्कूलों में लागू होगी। 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए यह बदलाव होगा। वहीं सिलेबस भी बदला गया है।

नौंवी से एक ही गणित

अप्रैल से शुरू हो रहे नए सत्र में नौवीं के छात्रों को एलीमेंट्री मैथ्स नहीं पढ़ना होगा। एनसीआईआरटी के पाठ्यक्रम में गणित सिर्फ एक विषय के रूप में होगा। अभी तक नौंवी व दसवीं में मैथ्स व एलीमेंट्री मैथ्स अनिवार्य सब्जेक्ट के रूप में थी। एलीमेंटरी मैथ्स जहां सामान्य स्तर की होती है, वहीं मैथ्स में विस्तार होता है। वहीं छात्राओं के लिए मैथ्स व होमसाइंस में से किसी एक विषय को चुनने का विकल्प पहले की ही तरह रहेगा।

10वीं व 12वीं में यह होगी किताबें

एनसीईआरटी की किताबें नौंवी से 12वीं तक की कक्षाओं में लागू होगी। हालांकि बोर्ड का कहना है कि सिर्फ 70 प्रतिशत सिलेबस ही एनसीईआरटी से लिया गया है। जबकि 30 प्रतिशत महत्वपूर्ण विषयवस्तु यूपी बोर्ड से ही है। खास बात यह है कि कोर्स में ट्रैफिक नियमों व साइबर क्राइम से जुड़े पाठों को शामिल किया गया है।

इस सत्र से किताबों के साथ ही सिलेबस में भी बदलाव हो रहा है। अप्रैल से एनसीईआरटी की किताबें लागू होंगी। यूपी बोर्ड की एनसीईआरटी की किताबें सीबीएसई में लगने वाली एनसीईआरटी से सस्ती हैं।

गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ

एनसीईआरटी का सिलेबस छात्रों को प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए जरूरी होता है। इस फैसले के बाद हमारे छात्र भी पीछे नहीं रहेंगे।

नीरा तोमर, प्रिंसिपल, श्री मल्हू आर्य कन्या इंटर कॉलेज

छात्रों के भविष्य के लिए यह बेहद ऐतिहासिक फैसला है। एनसीईआरटी कि किताबें हर छात्र के लिए जरूरी होती हैं। इससे निश्चित ही छात्रों को फायदा होगा।

डॉ। बी.बी। बंसल, प्रिंसिपल, एसडी सदर इंटर कॉलेज