--UP college में 107वें राजर्षि उदय प्रताप सिंह 'जूदेव' संस्थापक समारोह का हुआ आयोजन

-बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए मॉरीशस के PM ने गेस्ट हाउस का किया लोकार्पण

VARANASI

ज्ञान अर्जित करने के लिए ईमानदारी पूर्वक कड़े परिश्रम की जरूरत है। ऐसे में ज्ञान का होना बेहद जरूरी है और भारत ज्ञान का एक बड़ा केंद्र है। सभी क्षेत्रों में भारत तेजी से विकास कर रहा है। उक्त बातें मॉरीशस के पीएम अनिरुद्ध जगन्नाथ ने मंगलवार को यूपी कॉलेज में आयोजित क्07वें राजर्षि उदय प्रताप सिंह 'जूदेव' संस्थापक समारोह में बतौर चीफ गेस्ट कहीं। उन्होंने कहा कि भारत व मॉरीशस के बीच खून का रिश्ता है। मॉरीशस लघु भारत हैं। मॉरीशस के विकास में भारत का अहम योगदान है। यहां के एक्सपर्ट्स लगातार मॉरीशस के विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि धैर्य के साथ पढ़ाई करें, सफलता अवश्य मिलेगी। समारोह के तत्काल बाद उन्होंने कैंपस में बने नवीन गेस्ट हाउस का लोकार्पण किया।

इसी कॉलेज में मेरे पिताजी पढ़े हैं

स्पेशल गेस्ट मॉरीशस के शिक्षाविद् आरपीएन सिंह ने कहा कि दुनिया में कुछ भी करने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है। शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए मॉरीशस में एजुकेशन व हेल्थ पूरी तरह फ्री है। उन्होंने इंडिया की तारीफ करते हुए कहा कि इसी यूपी कॉलेज में मेरे पिता जी भी पढ़े हुए हैं। इस मौके पर उन्होंने कॉलेज के विकास के लिए पांच लाख रुपये का चेक प्रदान किया।

नहीं पहुंचे एक्स। चीफ जस्टिस

सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश व उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति कमल नारायण सिंह का अध्यक्षीय उद्बोधन यूएन सिंह ने पढ़ा। इस दौरान उन्होंने बताया कि अस्वस्थ्य होने के कारण न्यायमूर्ति केएन सिंह समारोह में नहीं आ सके। इस बात का उन्हें मलाल भी है। उन्होंने अपना लिखा हुआ अध्यक्षीय उद्बोधन पढ़ने की जिम्मेदारी मुझे सौंपी है। इस दौरान उन्होंने कॉलेज की गौरवगाथा बताई। कहा कि इस कॉलेज से पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, पूर्व मानव संसाधन मंत्री अर्जुन सिंह कवि, लेखक व समीक्षक प्रो। नामवार सिंह, डॉ। शंभू नाथ सिंह, एमएलसी, डॉ। केदारनाथ सिंह, डॉ। शिवप्रसाद सिंह, डॉ। बच्चन सिंह जैसी विभूतियां पढ़ कर निकली हैं। यह कॉलेज लगातार विकास की ओर अग्रसर है। भविष्य में एक और ग‌र्ल्स हॉस्टल के साथ लॉ व इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की योजना है। इस मौके पर समिति के सदस्य न्यायमूर्ति केडी शाही, शिक्षक विधायक चेत नारायण सिंह, एसके काक, एसके खान, अरविंद कुमार सिंह, प्रिंसिपल डॉ। चारूचंद्र राम त्रिपाठी आदि प्रेजेंट रहे। वेलकम शिक्षा समिति के संयुक्त सचिव अनुज प्रताप सिंह व संचालन संयुक्त रूप से डॉ। प्रज्ञा पारमिता व ज्ञान प्रभा सिंह व थैंक्स सचिव यूएन सिन्हा ने दिया।