Bareilly:


फेक कॉल्स

महीना कॉल

अगस्त -26

सितम्बर -29

अक्टूबर -30

 

 

यूपी 100 पर कउनो पुलिस वाले से फिरकी लेकर रहा है। इसको लेकर यूपी 100 के अफसर भी परेशान है। फेक कॉल करने वाले कई बार तो पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं, लेकिन कई बार वह मोबाइल ऑफ कर चकमा दे जाते हैं। फेक कॉल्स सिटी से अधिक देहात से होती हैं।

 

ऑनर किलिंग की झूठी सूचना

नवाबगंज के एक गांव में बीएससी की छात्रा ने 4 नवम्बर को फंदा लगा लिया। जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आनन-फानन में छात्रा का अंतिम संस्कार कर दिया। इसी बीच गांव के ही एक युवक ने यूपी 100 पुलिस को फोन पर ऑनर किलिंग की सूचना दी। ऑनर किलिंग की सूचना पर पुलिस दौड़ती हुई गांव पहुंची और मौके पर पड़ताल की, परिजनों ने बताया कि छात्रा की मौत बीमारी से हुई है। छात्रा शहर स्थित डिफेंस कॉलोनी में किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करती थी।

 

दो समुदाय का बताया विवाद

बिथरी चैनपुर थाना के गांव रजऊ परसपुर निवासी एक सिरफिरे ने सितम्बर माह में यूपी 100 को सूचना दी कि गांव में दो समुदाय के बीच विवाद हो गया है। सूचना मिलते ही तीन पीआरवी मौके पर पहुंची लेकिन मौके पर सभी कुछ ठीक मिला। जिसके बाद पुलिस ने सिरफिरे को पकड़ लिया और थाने ले गई। जानकारी करने पर पता चला कि आरोपी शराबी है और पुलिस को गलत सूचना दे दी थी.

 

तस्करी की दी सूचना

सिरौली थाना के गुलडि़या से किसी ने सितम्बर माह में यूपी 100 को प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी कर वध करने की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस वहां से खाली हाथ लौट आई। पुलिस ने जब कॉल करने वाले के फोन पर कॉल की तो वह ऑफ मिला.

 

झगड़ा की सूचना पर दौड़ाया

आंवला कस्बा के मोहल्ला जाटवपुरा में 19 अक्टूबर दिवाली के दिन यूपी 100 को किसी ने दो पक्षों में झगड़ा की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस कस्बा के मोहल्ला जाटवपुरा में पहुंची तो मौके पर शांति मिली। पुलिस ने जब कॉल करने वाले को फोन लगाया तो फोन बंद मिला, जिसके बाद आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि झगड़ा की सूचना किसी ने गलत दी है।

 

कहीं भेडि़या-भेडि़या की न बन जाए कहानी

डॉयल 100 पुलिस विंग क्विक एक्शन के लिए बनायी गई। सूचनाओं पर पुलिस तुरंत एक्शन में आती है, लेकिन झूठ सूचनाएं उन्हें परेशान कर रही हैं। ऐसे में, कभी भेडि़या आया की कहावत चरितार्थ हो जाए तो इनकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि, झूठी सूचनाओं से आजिज पुलिस कभी एक्शन लेने में सुस्ती बरती तो सही में जरूरत पड़ने पर दिक्कत हो जाएगी।

 

यूपी 100 त्वरित कार्रवाई सेवा है। लेकिन कुछ सिरफिरे और शराबी यूपी 100 को कॉल कर फर्जी वारदात की सूचना देकर गुमराह करते हैं। इस तरह की अनुमानित दो से तीन दर्जन तक कॉल्स प्रतिमाह आ जाती है। फर्जी कॉल्स करने वालों पर पुलिस ने एक्शन शुरू कर दिया है।

कमलेश बहादुर, एसपी ट्रैफिक, डिस्ट्रिक्ट प्रभारी यूपी 100