-गठबंधन पर अटकी बात तो सपा सुपीमो अखिलेश 208 सीटों पर उतारे प्रत्याशी

- कांग्रेस की जीती सीटों पर भी उतारे प्रत्याशी

- खुद भी कई प्रत्याशी बदले, शिवपाल कैंप के भी कई एडजस्ट

दोस्ती में पेंच

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-सपा 300 से कम सीटों पर राजी नहीं

-कांग्रेस ने अब मांगी 138 सीटें

-कई सीटों पर कैंडीडेट्स बदलने से पेंच

-कांग्रेस को 103 सीट देने को सपा तैयार

-सपा की गणित, कांग्रेस चाहे तो इसी में रालोद को दे हिस्सा

फैक्ट फाइल

प्रत्याशी 208

मुस्लिम- 56

यादव- 27

क्षत्रिय- 25

ब्राह्माण- 11

दलित - 39

वैश्य--10

कुर्मी --9

जाट--6

गुर्जर- 8

लोध-5

महिलाएं- 20

22 को सपा का घोषणा पत्र

LUCKNOW: सीटों के बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस (पंजा) के बीच फिलहाल बात बिगड़ी तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी 'पंजे को पटखनी' देने में देरी नहीं की। अखिलेश ने न केवल 208 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान कर दिया। यही नहीं उपचुनाव में सहारनपुर की देवबंद सीट से जीत कर आए कांग्रेस विधायक माविया अली को भी अपने पाले में करके कांग्रेस को ताकत का अहसास करा दिया। इसके साथ ही कांग्रेस के दस सिटिंग विधायकों की सीटों पर भी ताबड़तोड़ सपा के लड़ाके उतार दिए, जिससे कांग्रेस खेमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दिल्ली से राज बब्बर लखनऊ आ गये और गठबंधन का नया फार्मूला तैयार किया जाने लगा। हालांकि सपा ने कांग्रेस को ज्यादा तवज्जो न देते हुए आगामी 22 जनवरी को पार्टी का घोषणा पत्र जारी करने का ऐलान भी कर दिया।

पल-पल बदल रहे थे लिस्ट

सपा के सूत्रों की मानेंतो कांग्रेस लगातार अपनी लिस्ट में बदलाव करती जा रही थी। गुरुवार तक दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती दिखी लेकिन आज सुबह कांगे्रस ने फिर बढ़ी हुई सीटों की लिस्ट भेज दी। इससे पहले भी दोनों दलों में रालोद को लेकर खींचतान मची हुई थी। सपा ने रालोद को सीटें देने का जिम्मा कांग्रेस को सौंप रखा था जबकि कांग्रेस इसके एवज में 138 सीटों की डिमांड कर रही थी। सपा ने कांग्रेस को साफ कह दिया था कि वह तीन सौ से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। बची हुई सौ सीटों पर कांग्रेस रालोद के साथ अपने प्रत्याशी उतार सकती है। वहीं सपा नेतृत्व राहुल गांधी की मौजूदगी में गठबंधन की शर्ते तय करने के साथ संयुक्त रूप से प्रत्याशियों का ऐलान करना चाहता था ताकि जनता के बीच स्पष्ट संदेश जा सके। इस पर भी कांग्रेस नेता राजी नहीं थे क्योंकि उन्हें डर था कि इसका नुकसान 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें उठाना पड़ सकता है। यही वजह रही कि पिछले कई दिनों से चल रही गठबंधन की कवायद के बावजूद अखिलेश और राहुल गांधी एक साथ नहीं बैठे जिससे समझौता परवान नहीं चढ़ सका।

17 विधायकों के कटे टिकट

अखिलेश ने एक मंत्री और 17 विधायकों के टिकट भी काट दिए हैं। मुलायम के करीबी रिश्तेदार एवं बिधूना से विधायक प्रमोद गुप्ता का टिकट काट दिया गया है। इसी तरह इटावा से विधायक रद्युराज शाक्य, धनौरा से एम। चंद्रा, नौगवां सादात से अशफाक अहमद, बिसवां से रामपाल यादव, एटा से आशीष यादव, पटियाली से नजीबा जीनत खां, जसराना से रामवीर सिंह, कासगंज से मानपाल सिंह, मुरादाबाद ग्रामीण से शमीमुल हक, बालामऊ से अनिल वर्मा, संडीला से महावीर सिंह व कोल से जमीउल्ला आदि को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। वहीं टिकट वितरण में बड़े नेताओं के रिश्तेदारों को जगह मिली है। रामपुर में आजम खां के अलावा उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम, सीतापुर में रामपाल राजवंशी के अलावा उनके पुत्र मनोज राजवंशी, बहराइच में यासर शाह के अलावा उनकी मां रुआब सईदा चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अब्दुल्ला बुखारी के दामाद मोहम्मद उमर खां तथा सपा के राष्ट्रीय महासचिव नरेश अग्रवाल के पुत्र नितिन अग्रवाल भी चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे।

कई प्रत्याशी भी बदले

शुक्रवार को जारी 208 प्रत्याशियों की सूची में अखिलेश ने भी कई प्रत्याशी बदल दिए। वहीं कुछ प्रत्याशियों को दूसरी सीटों से लड़ाने का फैसला लिया गया। मसलन बेनी प्रसाद वर्मा के पुत्र राकेश वर्मा को बाराबंकी की रामनगर सीट के बजाय बहराइच की कैसरगंज सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है हालांकि, बेनी ने तुरंत इसका विरोध भी कर दिया। सूत्रों की मानें तो राकेश वर्मा रामनगर से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह हरदोई में राजेश्वरी वर्मा को गोपामऊ और ऊषा वर्मा को सांडी सीट से लड़ाने का निर्णय लिया गया है। ध्यान रहे कि अखिलेश द्वारा विगत 29 दिसंबर को जारी 235 प्रत्याशियों की सूची में राजेश्वरी को सांडी और ऊषा वर्मा को गोपामऊ से प्रत्याशी घोषित किया गया था। इसी तरह अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से पूर्व घोषित प्रत्याशी शंखलाल माझी को अब जलालपुर से लड़ाया जाएगा। जलालपुर से पहले विद्यावती राजभर को प्रत्याशी घोषित किया गया था।

कई अहम सीटों पर ऐलान नहीं

अखिलेश ने कई अहम सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं करके नेताओं के दिल की धड़कनें बढ़ा दी है। सीतापुर की सेवता सीट से पहले महेंद्र प्रताप सिंह उर्फ झीन बाबू को टिकट दिया गया था, लेकिन नई सूची में उनका नाम नहीं है। इसी तरह उन्नाव की भगवंतनगर सीट से अभी कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। यहां के सिटिंग विधायक कुलदीप सिंह सेंगर भाजपा में जा चुके हैं। वहीं पूर्व मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह और उनकी पत्नी रानी पक्षालिका सिंह के भी भाजपा में जाने के बाद वहां नये प्रत्याशी उतारे गये हैं।

अंबेडकरनगर की आलापुर सीट को भी अभी होल्ड पर रखा गया है। पहले अखिलेश की सूची में इस सीट पर भीम प्रसाद सोनकर को टिकट मिला था। सपा ने अभी मध्य यूपी की तमाम सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है जिनमें लखनऊ भी शामिल है।

शिवपाल को टिकट

सपा की सूची में मुलायम की लिस्ट के भी कुछ नाम शामिल किए गये हैं। अखिलेश ने जसवंतनगर से चाचा शिवपाल सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित किया है। इसी तरह राकेश वर्मा को रामनगर की जगह कैसरगंज से टिकट दिया है। उन्नाव की पुरवा सीट से उदयराज यादव को टिकट दिया गया है। सांसद धर्मेद्र यादव पर कई गंभीर आरोप लगाने वाले आबिद रजा को बदायूं से टिकट दिया गया है। बसपा से आए अब्दुल मन्नान को भी संडीला से प्रत्याशी घोषित किया गया है।

बॉक्स

कांग्रेस की सीटों पर उतारे

गठबंधन की शर्तो में लगातार फेरबदल होता देख अखिलेश ने अपनी लिस्ट जारी करने के साथ कांग्रेस के कई सिटिंग विधायकों की मुश्किलें भी बढ़ा दी। उन्होंने उन तमाम सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान कर दिया जहां कांग्रेस के सिटिंग विधायक हैं। बुलंदशहर की खुर्जा सीट से कांग्रेस विधायक बंशी सिंह पहाडि़या का मुकाबला अब सपा के नंद किशोर वाल्मीकि करेंगे। इसी तरह हापुड सीट पर गजराज सिंह के मुकाबले तेजपाल सिंह, बुलंदशहर सीट से दिलनवाज खान के मुकाबले सुजात आलम, रामपुर शहर सीट से काजिम अली के मुकाबले आजम खां, किदवई नगर सीट से अजय कपूर के मुकाबले ओमप्रकाश मिश्रा, शामली सीट से पंकज कुमार मलिक के मुकाबले मनीष चौहान, सहारनपुर सीट से प्रदीप चौधरी के मुकाबले संजय गर्ग, मथुरा सीट से प्रदीप माथुर के मुकाबले अशोक अग्रवाल तथा बहराइच सीट से माधुरी वर्मा के मुकाबले रुआब सईदा को उतारा गया है। वहीं बहराइच की प्रयागपुर सीट से कांग्रेस विधायक मुकेश श्रीवास्तव को टिकट दिया गया है। ध्यान रहे कि मुकेश ने कुछ दिन पहले सपा ज्वाइन कर ली थी।

इन सीटों पर बदले प्रत्याशी

- शामली के थानाभवन से किरनपाल कश्यप की जगह सुधीर पवार

- सहारनपुर की देवबंद सीट से मीना राणा की जगह माविया अली

- मुरादाबाद ग्रामीण से शमीमुल हक की जगह हाजी इकराम कुरैशी

- अमरोहा की नौगवां सादात सीट से अशफाक अली खान की जगह जावेद आब्दी

- आगरा की एत्मादपुर सीट से राकेश बघेल की जगह राजाबेटी बघेल

- आगरा की खेरागढ़ सीट से पक्षालिका सिंह की जगह अमर सिंह परमार

- आगरा की बाह सीट से राजा महेंद्र अरिदमन सिंह की जगह अंशु देवी निषाद

- टुंडला सीट से महराज सिंह धनगढ़ की जगह शिव सिंह चक

- जसराना सीट से रामवीर सिंह की जगह शिव प्रताप यादव

- शिकोहाबाद सीट से ओमप्रकाश वर्मा की जगह संजय यादव

- कासगंज सीट से मानपाल सिंह की जगह इसरत उल्ला शेरवानी

- करहल सीट से अंशुल यादव की जगह सोवरन सिंह यादव को फिर टिकट