-अपने-अपने मुद्दों को सही ठहराने के लिए दलीलें पेश करती रही पब्लिक

- विकास, नोटबंदी और गुंडागर्दी के अलावा आरक्षण का जिन्न भी निकला बाहर

स्थान - रमईपुर

विधानसभा - बिठूर

विधायक - मुनीन्द्र शुक्ला

खास बात - मिश्रित आबादी क्षेत्र

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अब समय आ गया है एक बार फिर अपने मन की सरकार चुनने का। वर्तमान सरकार के रिपोर्ट कार्ड को देख कर उसे दुबारा मौका दिया जाए या किसी अन्य पार्टी की सरकार को चुना जाए। गली-चौराहों पर अब यही चर्चा हो रही है। चर्चा करने वालों में कोई पक्ष का है तो कोई विपक्ष का। लेकिन ये तो वक्त ही बताएगा कि जनता किसके सिर पर जीत का ताज पहनाएगी।

कोई नहीं है टक्कर में

आई नेक्स्ट के 'चाय पे चर्चा' का काफिला सैटरडे को बिठूर विधानसभा क्षेत्र के रमईपुर पहुंचा। यहां राजेश शुक्ला की दुकान पर कुल्हड़ में चाय पीने वालों की महफिल सजी हुई थी। आई नेक्स्ट ने वहां चुनाव पर चर्चा कराने के लिए सवाल कर दिया कि इस बार किसकी बनेगी सरकार? बस फिर क्या था हरिओम पवार बोल पड़े। किसकी क्या इस बार भाजपा की ही सरकार बनेगी और कोई टक्कर में नहीं दिख रहा है। पवन सिंह चंदेल ने कहा भाई ये बात न कहो कि कोई टक्कर में नहीं है। मुकाबला तो समाजवादी पार्टी से होगा, हां यह मान सकते हैं कि इस बार बीएसपी फाइट में कहीं से नहीं है।

चाय से ज्यादा चर्चा गरम

बस यहीं से चर्चा और गरम हो गई। शिवराम सिंह बोले ये क्या कह रहे हो लड़ाई में सपा, कौनो ओर नहीं दिखत है, देख लिहो मुकाबला भाजपा और बसपा में ही हुइए। विनय कुशवाहा बोल पड़े कहां भइया सपा कीनहिस का है। विकास का दावा भी बेकार है ऊ तो आपन परिवार का विकास कै लीन है। पब्लिक का कौनो भला न हुआ। नूर आलम के मन की बात बाहर आई और वे बोले कि पिछली बरिया जेईका विधायक चुना गया ऊ पांच साल में एक्कौ बिरिया मुंह दिखावे तक नहीं आवा। अमर यादव भी भड़ास निकालते हुए बोले कि अब तक सपा का वोट देइत रहै, लेकिन ई बिरिया तो भाजपा का ही वोट देब।

अब चर्चा और तेज हो गई तो नोटबंदी के मुद्दे पर बात होने लगी। हरिओम बोले कि यह कदम वाकई बहुत अच्छा रहा। काले धन के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई शुरू हो गई। भइया ई बतावा नरेन्द्र सिंह चंदेल बोले, नोटबंदी के चक्कर मा तमामन लोग जो परेशान हुए हैं वहू तो एक मुद्दा आय।

तत्कालीन सरकार में गुंडों की मौज

चलो कुछ देर सपा राज में गुण्डन की दशा पर बात कर लिया जाए, विषय को घुमाते हुए सुमेर सिंह बोले, तभी अरुण श्रीवास्तव बोल पड़े कि जबै सपा सरकार रही गुण्डन की मौज हुई जात है। पुलिसो उनहिन से मिली रहत है। कुलदीप भदौरिया ने इस बात में समर्थन किया और कहा कि ठेकेदार थाने चलाये रहे।

सब फैमिली ड्रामा है भाई

तभी गठबंधन की सरकार को लेकर पवन ने कहा कि सपा और कांग्रेस का मिलापो न चल पाई। अबकी भाजपा ही जीती चाहे शर्त लगाय लो। और सुनौ ई जो सपा मा झगड़ा का नाटक हुआ है ऊ सब एक फैमिली ड्रामा रहा।

इसी बीच अरुण फिर बोले कि भइया चुनाव मा जातिवाद खूब चलत है, लेकिन सरकार वहै अच्छी रहत है जो हरेक का साथ लैके चलत है। वैसे भी हमार देश आरक्षण के चक्करमा बरबाद हुई गवा।