- पुअर नेटवर्क की वजह से पैदा होती है समस्या

- माइक्रो वेब और जीएसएम एंटीना पर होगा काम

>BAREILLY: विस चुनाव के मतगणना में पुअर सिग्नल कनेक्टिविटी परेशानियों का कारण नहीं बनेगी। सिग्नल को स्ट्रांग करने के लिए बीएसएनएल तैयारियों में जुट गए है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए मतगणना स्थल के आसपास के टॉवर्स के सिग्नल स्ट्रेंथ को बढ़ाया जाएगा, जिससे सिग्नल स्ट्रांग हो सके और मतगणना के दिन वोटों की काउंटिंग व अन्य कार्य में किसी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो।

बढ़ाई जाएगी फ्रिक्वेंसी

बीएसएनएल अधिकारियों ने बताया कि मतगणना स्थल के आसपास लगे मोबाइल टॉवर्स पर लगे माइक्रो वेब एंटीना और जीएसएम एंटीना की क्षमता बढ़ाई जाएंगी। सामान्य ट्रॉवर्स की क्षमता 3-4 किलोमीटर तक की होती है। इसके अंदर ही सिग्नल कनेक्टिविटी बेहतर होती है। एक साथ 1200 के करीब यूजर्स बात कर सकते हैं। यूजर्स की संख्या इससे अधिक होने पर सिग्नल की प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती है। इसी को देखते हुए माइक्रो वेब एंटीना और जीएसएम एंटीना पर वर्क किया जाएगा। बेसिकली इनका काम सूचनाओं के आदान-प्रदान का हाेता है।

उत्पन्न हो जाती है समस्या

दरअसल, मतगणना के दिन काफी लोड बढ़ जाता है। सामान्य दिनों मोबाइल यूजर्स तो होते ही मतगणना के दिन प्रत्याशियों, समर्थकों और मतगणना अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल होने वाले फोन का एक्स्ट्रा लोड अचानक बढ़ जाता है। इसके अलावा डाटा की फीडिंग सहित अन्य काम होते हैं। जो कि टॉवर्स की फ्रिक्वेंसी से ही जुड़ी होती है। बेसिकली यह लोड एक पर्टिकुलर स्थल पर ही होता है। इसलिए सारा सिस्टम धड़ाम हो जाता है। नौबत यह आ जाती है कि मोबाइल से सिग्नल ही गायब हो जाते हैं। लोकसभा चुनाव की मतगणना में इसी समस्या से गुजरना पड़ा था। नरियावल में हुए मतगणना के दौरान मोबाइल से सिग्नल की गायब हो गए थे। अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक को परेशानियों का सामना करना पड़ा था।

परसाखेड़ा में होगी काउंटिंग

इस बार विस चुनाव के वोटों की काउंटिंग नरियावल में न होकर परसाखेड़ा में होनी है। ईवीएम को सेंट्रल वेयर हाउस गोदाम में रखा गया है। जहां पर 11 मार्च को मतगणना होगी। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी।