LUCKNOW : यूपी विधानसभा चुनाव की मतगणना के चंद घंटे शेष होने के साथ राजनैतिक दलों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। पार्टी दफ्तरों पर चुनाव नतीजों को लेकर कयासबाजियों का दौर जारी है और सब खुद को आगे मान रहे हैं। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने शुक्रवार को पार्टी दफ्तरों का मुआयना किया तो कुछ इस तरह का नजारा देखने को मिला.

भाजपा : उत्साह से लबरेज

एग्जिट पोल में अच्छे प्रदर्शन की तस्वीर ने भाजपा नेताओं को उत्साह से भर दिया है। पार्टी दफ्तर पर पूरे दिन सरकार बनाने के दावों के साथ चर्चाओं का दौर जारी रहा। सूत्रों की माने तो पार्टी में अंदरखाने सरकार बनाने के साथ शपथ ग्रहण की तैयारियों और उसमें बुलाए जाने वाले अतिथियों की सूची पर भी विचार-विमर्श शुरु हो चुका है। कुछ नेताओं ने शनिवार को नतीजे आने के साथ जश्न की तैयारी भी की है। इसके लिए पटाखों और मिठाई का इंतजाम भी किया जा रहा है ताकि कोई कसर बाकी न रहे हालांकि बिहार चुनाव का हाल देख नेता तैयारियों के बाबत खुलकर बोलने को राजी नहीं हैं। जानकारी के अनुसार, यूपी के भाजपा प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य कल पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं के बीच मौजूद रहेंगे।

सपा : लेते रहे फीडबैक

 

रोज की तरह सपा दफ्तर पर शुक्रवार को भी सन्नाटा पसरा रहा लेकिन यूथ विंग के कुछ नेता और कार्यकर्ता शनिवार को होने वाली मतगणना का लेकर सक्रिय दिखे। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पार्टी दफ्तर पर आकर अलग-अलग जिलों से आए कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया। कुछ कार्यकर्ता तो इतने उत्साहित थे कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के सामने तीन सौ सीटें जीतने का दावा करते हुए उन्हें बधाई भी दे डाली। फिलहाल पार्टी ने चुनाव नतीजों को देखने के लिए मुख्यालय में कोई खास इंतजाम नहीं किया है हालांकि जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के कार्यालय में कुछ चहल-पहल देखी गयी।

कांग्रेस :एग्जिट पो पर मंथन

सपा की तरह कांग्रेस में भी पार्टी नेता और कार्यकर्ता एग्जिट पोल के आंकड़ों पर चर्चा करते दिखे। कई नेता तो पार्टी को दूसरे नंबर पर आने के दावों को सिरे से खारिज कर रहे थे। उनका मानना था कि सपा-कांग्रेस गठबंधन की बहुमत की सरकार बनने वाली है। कुछ नेताओं ने पार्टी के मुख्य रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा करीब 190 सीटें जीतने के दावे पर भी सवाल उठा दिया। उनका मानना था कि गठबंधन को ढाई सौ से ज्यादा सीटें मिलने वाली हैं। पार्टी के तमाम नेता और कार्यकर्ता शनिवार को कार्यालय में ही रहकर मतगणना पर नजर रखेंगे। वहीं बड़े नेता अच्छे नतीजे आने पर ही पार्टी मुख्यालय का रुख कर सकते हैं।

बसपा : पसरा सन्नाटा

हमेशा की तरह शांत दिखने वाली बसपा के कार्यालय पर भी शुक्रवार को कोई खास चहल-पहल नहीं दिखी। एकाध पार्टी नेता कार्यालय का चक्कर लगाकर वापस लौट रहे थे तो कार्यकर्ताओं की संख्या ना के बराबर थी। खास बात यह रही कि पार्टी के कुछ छुटभैये नेता एग्जिट पोल के नतीजों को गलत मान रहे थे। उनका कहना था कि बसपा सबसे आगे है और सरकार बनाने जा रही है। वहीं पार्टी दफ्तर में खासी साफ-सफाई भी देखने को मिली लेकिन उसके दरवाजे किसी खास नेता के आने पर ही खोले जा रहे थे।