उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी गुरु जी को पड़ेगी महंगी

मूल्यांकन को लेकर यूपी बोर्ड ने जारी किए दिशा निर्देश

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड परीक्षाओं में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी हुई तो परीक्षकों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बोर्ड की ओर से जारी निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान शासनादेश के अनुसार अंकेक्षण में त्रुटि पाए जाने पर परीक्षकों के पारिश्रमिक में कटौती की जाएगी। ये बातें सोमवार को बोर्ड मुख्यालय में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर बुलाई गई सभी जिलों के डीआईओएस, जेडी और मूल्यांकन केन्द्र व्यवस्थापकों की मीटिंग में बताई गई।

25 से 85 प्रतिशत तक कटौती

परीक्षक से गलती होने पर पारिश्रमिक में अलग-अलग मानक के अनुरूप कटौती होगी। बोर्ड की ओर से तैयार मानक में मूल्यांकन में 0.5 प्रतिशत तक त्रुटि पाए जाने पर 25 प्रतिशत की कटौती होगी। एक प्रतिशत तक त्रुटि पाए जाने पर 50 प्रतिशत की कटौती व 2 प्रतिशत तक त्रुटि पाए जाने पर 85 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। इसके साथ ही संबंधित परीक्षक को तीन वर्षो के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा। बोर्ड की ओर से बताया गया है कि अंकेक्षण की व्यवस्था का आशय है कि मूल्यांकन कार्य शुद्ध एवं त्रुटि विहीन हो तथा त्रुटि व लापरवाही के कारण छात्रों के साथ किसी भी प्रकार से अन्याय ना हो सके।

तैनात किए जाएंगे पर्यवेक्षक

बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य को सुचारू ढंग से संचालित कराने के लिए पर्यवेक्षक की तैनाती करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसमें जेडी द्वारा मंडल में मूल्यांकन केन्द्रों पर उप शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, सह जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ ही मूल्यांकन केन्द्र न बनने वाले राजकीय इंटर कालेज या राजकीय बालिका इंटर कालेज के प्रिंसिपल को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा। पर्यक्षकों को ये जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे प्रत्येक दिन कम से कम दो मूल्यांकन केन्द्र का निरीक्षण करें।

प्रत्येक दिन देनी होगी रिपोर्ट

अधिकारी आवंटित मूल्यांकन केन्द्र की निरीक्षण आख्या या प्रगति आख्या से प्रत्येक दिन सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद एवं परिक्षेत्र के क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव को अवगत कराएंगे। सोमवार से शुरू हुई दो दिवसीय मीटिंग में माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष अमर नाथ वर्मा, सचिव शैल यादव समेत अन्य सभी क्षेत्रीय कार्यालय के सचिव, जेडी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।