-कालागढ़ पावर हाउस से नहीं हो पा रहा है बिजली उत्पादन

-उत्पादन होता है तो स्टेट में बिजली कटौती मिलेगी निजात

-198 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता है इस पावर हाउस की

DEHRADUN : उत्तराखंड में बिजली के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण जल विद्युत परियोजनाओं में से एक कालागढ़ जल विद्युत परियोजना से करीब दो महीने से बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है, जिससे उत्तराखंड को दूसरे राज्यों से बिजली खरीदनी पड़ रही है, लेकिन इससे भी काम नहीं चल पा रहा है। इसलिए राज्य के लोगों को बिजली की मार झेलनी पड़ रही है। अकेले कालागढ़ जल विद्युत गृह की बात करें से इससे प्रतिदिन क्98 मेगावाट बिजली उत्पादन होता है, जिससे राज्य को इन दिनों वंचित रहना पड़ रहा है।

परियोजना स्टेट की, कंट्रोल यूपी का

दरअसल, कुमाऊं मंडल में रामगंगा नदी पर स्थापित कालागढ़ परियोजना पर पड़ोसी राज्य यूपी का कंट्रोल है, जिस नहर के पानी से टरबाइन चलेगी वह यूपी सिंचाई विभाग की है। ऐसे में पानी न छोड़ने के कारण टरबाइन नहीं चल पा रही हैं। ऐसे में पावर हाउस में बिजली का उत्पादन भी ठप पड़ा हुआ है। जब यूपी सिंचाई के लिए पानी ले जाएगा तभी इस पावर हाउस से बिजली उत्पादन हो पाएगा। इस परियोजना से बिजली संचालन के लिए अधिकारी भी चिंतित नहीं है, जबकि बिजली कटौती की मार जनता को झेलनी पड़ रही है। अगर यह परियोजना चलती है तो राज्य को हर दिन क्98 मेगावाट बिजली मिलेगी, जिससे की राज्य में बिजली डिमांड पूरी हो सकती है।

'यह परियोजना यूपी की है। इसलिए इस पर कंट्रोल भी उन्हीं का है। कालागढ़ पावर हाउस से तभी बिजली उत्पादित होती है। जब सिंचाई के लिए यूपी नहर से पानी ले जाता है। ऐसे में हमारा इस पर कंट्रोल नहीं है.'

-जीपी पटेल, एमडी, उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड।