- '27 साल यूपी बेहाल' यात्रा में शामिल होने आए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी के साथ ही सपा-बसपा पर साधा निशाना

GORAKHPUR: यूपी 27 साल में बेहाल हो गया है। इस दौरान गैर कांग्रेसी सरकारों ने यूपी, खासतौर पर पूर्वाचल की ओर बिल्कुल ध्यान ही नहीं दिया। इसकी वजह से प्रदेश और प्रदेश में भी पूर्वाचल पिछड़ता चला गया। गैर कांग्रेसी सरकारों से पूर्वाचल के काफी मंत्री हुए लेकिन यहां सबसे कम विकास हो सका। ये बातें यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कही। वे मंगलवार को सिटी के एक होटल में प्रेस से रूबरू थे।

आई थी विकास की बाढ़

कांग्रेस की ओर से शुरू की गई '27 साल यूपी बेहाल' यात्रा में शामिल होने के लिए गोरखपुर पहुंचे राजबब्बर ने कहा कि 27 साल पहले कांग्रेस के अपने मंत्री वीर बहादुर सिंह ने पूर्वाचल में विकास की बाढ़ ला दी थी। इस दौरान बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए जहां कई मिलें खोली गई, वहीं दूसरी ओर गीडा बनवाकर उन्होंने विकास की राह खोल दी, लेकिन गैर कांग्रेसी सरकारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से यह सभी योजनाएं बेहाल हो गई।

बीजेपी पर साधा निशाना

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी के पास कुछ नया नहीं है। वह सिर्फ कांग्रेस की बनाई योजनाओं पर ही अपना काम करने में लगी हुई है। शुरुआती दौर में तो उन्होंने एक-दो योजनाओं का नाम तक बदल दिया, लेकिन अब बाकी योजनाओं को पुराने नाम के साथ लागू करने में लगे हुए हैं। राजबब्बर ने पीएम पर तंज करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने पूर्वाचल के लोगों से कहा कि गंगा ने मुझे बुलाया है। उनके कहने पर उनके कार्यकर्ता भी झाड़ू लेकर सड़कों पर उतर आए और खूब फोटो खिंचवाई। मगर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जब गंगा नगरी काशी पहुंचीं, तो गंगा पहले से भी ज्यादा गंदी नजर आई।

कनेक्ट न होना हमारी गलती

27 साल तक यूपी की सत्ता से बाहर रहने की वजह पूछे जाने पर राजबब्बर ंने कहा कि इसकी सबसे बड़ी वजह लोगों से कनेक्शन छूटना है। उन्होंने माना कि यह कांग्रेस की कमजोरी और सत्ता से दूर रहने की वजह है कि उन्होंने लोगों से कनेक्ट होना छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं की बैठक कर उन्हें बूथ लेवल पर लोगों से कनेक्ट होने को कहा और वह खुद लोगों के बीच जाने लगे, तो कार्यकर्ताओं ने भी इस तरकीब को अपनाना शुरू किया। इसकानतीजा यह रहा कि लोग अपनों की तरह करीब आने लगे। इसका नजारा राहुल गांधी की कार्यकर्ता रैली में देखने को मिला, जब करीब 70 हजार कार्यकर्ताओं से राहुल गांधी ने सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस एकेडमिक एक्सरसाइज कर रही है, जिससे कि लोगों को अपनेपन का अहसास हो और प्रदेश की जनता विकास करने वाली सरकार को चुन सके।

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6 को होगी राहुल गांधी की किसान यात्रा

राज बब्बर ने बताया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष किसानों के लिए काफी कुछ सोच रहे हैं। किसानों को होने वाली प्रॉब्लम को जानने और लोगों से कनेक्ट होने के लिए उन्होंने 6 सितंबर से किसान यात्रा शुरू करने का फैसला किया है। देवरिया से दिल्ली तक होने वाली इस यात्रा में राहुल गांधी 235 विधानसभाओं, 54 से 55 लोक सभाओं का दौरा करेंगे। 2500 किमी से ज्यादा लंबी इस यात्रा में वह किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उसके हिसाब से आगे की रणनीति बनाएंगे।

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रामगढ़ताल को बनाना था देश का प्रवेश द्वार: प्रमोद तिवारी

इस दौरान प्रेस से रूबरू होते हुए पार्टी के सीनियर लीडर प्रमोद तिवारी ने कहा कि वीर बहादुर के समय में वह भी उनके साथ रामगढ़ताल प्रोजेक्ट में शामिल थे। वीर बहादुर का सपना था कि रामगढ़ताल को इस तरह से पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाए कि यह यहां टूरिस्ट रुकने के बाद ही आगे बढ़े। बौद्ध सर्किट का रास्ता भी यही से होकर जाता है। इससे इसकी संभावनाएं और बढ़ जाती, लेकिन पिछली सरकारों ने इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। इस दौरान पीएल पुनिया ने भी गैर कांग्रेसी सरकारों पर जमकर निशाना साधा।