-छात्रों के निशाने पर आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव

-प्रदेश सरकार पर भी साधा निशाना

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के खिलाफ सोमवार को विभिन्न छात्र संगठनों का भी आक्रोश उबल पड़ा। छात्र व छात्र संगठनों में सबसे ज्यादा नाराजगी इस बात को लेकर थी कि परीक्षा की सुचिता एवं नियुक्तियों की पारदर्शिता तार-तार हो रही है। बावजूद इसके सरकार आयोग अध्यक्ष अनिल यादव पर मेहरबान है। अध्यक्ष का पूरा कार्यकाल विवादों से भरा रहा है।

दूसरी पाली की सुचिता पर सवाल

उधर, देर शाम आयोग द्वारा केवल एक ही पाली की परीक्षा को निरस्त किए जाने के निर्णय ने भी प्रतियोगियों को आक्रोश से भर दिया है। प्रतियोगियों का कहना है कि जब पहली पाली का पेपर गाजर मूली की तरह वाह्टसप पर बांटा गया है तब दूसरी पाली में हुई परीक्षा की सुचिता भी कहां से बरकरार रहने वाली है। छात्रों ने आयोग से पूरी परीक्षा को निरस्त किए जाने की मांग की है।

चला प्रदर्शन व चेतावनी का दौर

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन पर प्रदेश सरकार की शव यात्रा निकालकर आयोग अध्यक्ष को हटाने की मांग की। एनएसयूआई ने भी छात्रसंघ भवन पर आयोग अध्यक्ष का पुतला दहन किया। एनएसयूआई ने आयोग अध्यक्ष को हटाने एवं सीबीआई जांच के लिए ख्ब् घंटे का अल्टीमेटम दिया है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने विरोध में फ्क् मार्च को कैंडिल मार्च निकालने एवं एक अप्रैल को आयोग का घेराव करने की चेतावनी दी है। छात्रनेता अमरेन्दु सिंह, राणा यशवंत प्रताप सिंह, कुलदीप सिंह केडी, अवनीश पांडेय, अयोध्या सिंह आदि ने आयोग की सभी परीक्षाओं की निष्पक्ष जांच की मांग की।