यूपीपीएससी ने बताया साल 2017 में होंगी कौन-कौन सी परीक्षाएं

आयोग के कैलेंडर में शामिल हैं ज्यादातर पुरानी परीक्षाएं

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए प्री प्लानिंग जरूरी होती है। आम आदमी को भी सिखाया जाता है कि उसे अपनी लाइफ में कुछ अच्छा करना है तो वह हर चीज के लिए मेंटली प्रिपेयर रहे। मगर, शायद उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) पर यह नियम लागू नहीं होता। तभी तो यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) और स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) के एग्जामिनेशन कैलेंडर के कंपैरिजन में यूपीपीएससी का परीक्षा कैलेंडर दोयम दर्जे का नजर आ रहा है।

केवल पीसीएस को दिया जगह

यूपीपीएससी ने अंतिम बार अपना परीक्षा कैलेंडर 27 जुलाई 2016 को जारी किया। कहने को यह कैलेंडर वर्ष 2017 की संभावित परीक्षाओं का कैलेंडर है। लेकिन इसमें ज्यादातर पुरानी परीक्षाएं ही शामिल हैं। कैलेंडर में केवल नये साल की पीसीएस 2017 परीक्षा को ही जगह दी गयी है। इसकी प्री की परीक्षा 19 मार्च को एवं मेंस की 17 जुलाई से संभावित है। इसके अलावा कैलेंडर में जो परीक्षाएं हैं। उनमें सहायक कुलसचिव परीक्षा 2015-19 फरवरी, समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी मुख्य परीक्षा-2016 25 एवं 26 जून, अपर निजी सचिव परीक्षा-2016 दो जुलाई, अपर निजी सचिव परीक्षा-2016 टंकण एवं आशुलेखन परीक्षा 22 अगस्त से तथा सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा-2016 10 दिसम्बर 2017 को प्रस्तावित है।

बनाते हैं बहानेबाजी

नये वर्ष के लिए पीसीएस जे, लोअर सबआर्डिनेट एवं समीक्षा अधिकारी तथा सहायक समीक्षा अधिकारी जैसे बड़े एग्जाम की कोई सूचना नहीं है। इसके लिए आयोग का हर बार यही बहाना होता है कि उसे विभागों से रिक्तियों की संख्या मिलने में लम्बा समय लग जाता है। इससे परीक्षा कैलेंडर में संभावित परीक्षाओं को शामिल करना जोखिम भरा काम होता है। ऐसे में सवाल है कि यूपीपीएससी तो केवल एक राज्य की परीक्षा ही करवाता है। जबकि, यूपीएससी और एसएससी नई दिल्ली पूरे देश के लिए परीक्षा का आयोजन करता है। फिर भी इन दोनो आयोगों ने वर्ष 2017 की सभी परीक्षाओं की संभावित तिथि पहले ही घोषित कर दी है।

केवल आवेदन तक की है तिथि

यूपीएससी और एसएससी ने यहां तक बता दिया है कि वह कौन सी परीक्षा का आवेदन किस डेट से शुरू करेगा और आवेदन की अंतिम तिथि कब समाप्त होगी? प्रतियोगियों की लम्बे समय से मांग रही है कि आयोग को अपना परीक्षा कैलेंडर नियमित करना चाहिये। ऐसा न होने से परीक्षार्थियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बावत आयोग के नये सचिव अटल कुमार रॉय ने कहा कि आयोग में बहुत जल्द सबकुछ पटरी पर आ जायेगा। इसके लिए तैयारियों में तेजी लायी जायेगी।

इन दिक्कतों का करना पड़ता है सामना

कैलेंडर को लेकर हमेशा लापरवाह रहा है आयोग

एकाएक परीक्षा की तिथि घोषित होने से तैयारियों पर पड़ता है प्रभाव

प्री प्लानिंग न होने से कई बार दो परीक्षायें आपस में टकरा चुकी हैं, इससे कभी आयोग को परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी तो कभी परीक्षार्थी परेशान हुए

प्री और मेंस की परीक्षा में निर्धारित होना चाहिये गैप, ताकि तैयारी के लिए मिले पर्याप्त समय, समय केलिए छात्र कई बार कर चुके हैं आंदोलन