BAREILLY

परिवहन निगम की बसों से स्मगलिंग की जा रही है। इसमें कंडक्टर व ड्राइवर्स कैरियर का काम कर रहे हैं, जो किसी भी व्यक्ति का पैक डब्बा कुछ रुपयों में किसी स्थान तक पहुंचा देते हैं। इस डिब्बे में मादक पदार्थ हो या विस्फोटक इस बात से ड्राइवर और कंडक्टर्स को मतलब नहीं है। वह सामान के वजन और बनावट को भांपकर रुपए से सिर्फ जेब भरते हैं।

 

बस रुपए से मतलब

कोई चीज कही पहुंचानी है, तो कंडक्टर और ड्राइवर्स को नाम, पता के साथ रुपए दे दो वह सामान संबंधित जगह पर पहुंच जाएगा। दिल्ली, आगरा, जयपुर, कानपुर और लखनऊ तक माल जा रहा है। उसके साथ आपको जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह हाल तब है जब परिवहन निगम की बसों में सफर करने वाले पैसेंजर्स आए दिन लूट, चोरी और जहरखुरानी के शिकार बन रहे हैं। फिर, भी क्षेत्रीय अधिकारी व्यवस्थाओं को ढर्रे पर नहीं ला पा रहे हैं। जबकि, बसों में होने वाले अनहोनी को देखते हुए मुख्यालय ने लगेज के साथ संबंधित व्यक्ति को साथ रहना अनिवार्य कर रखा है।

 

नहीं करते हैं जांच

सुरक्षा और राजस्व की दृष्टि ने मुख्यालय ने लगेज की बुकिंग के लिए एजेंसी को कांट्रैक्ट दे रखा है। ताकि, स्टेशन पर लगेज की बुकिंग के दौरान ही जांच लिया जाए कि बॉक्स में क्या सामान भेजा जा रहा है वह ज्वलनशील या कोई संवेदनशील चीज तो नहीं है, लेकिन सारे नियम कानून को ताक पर रह बस के स्टॉफ 50 से 200 रुपए लेकर बिना बुकिंग के ही सामान ढोने का काम कर रहे हैं। इससे सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। वहीं टैक्स की भी बढ़े स्तर पर चोरी हो रही है।

 

कार्रवाई का है प्रावधान

नियम की अनदेखी पर कंडक्टर व ड्राइवर्स पर कार्रवाई का प्रावधान हैं। लगेज बस के अंदर या लगेज के साथ कोई नहीं है, तो परमानेंट कंडक्टर और ड्राइवर्स को निलंबित करने और संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने का प्रावधान हैं। 500 केजी से अधिक लगेज बिना बुकिंग के बस में पाए जाने पर भी कंडक्टर और ड्राइवर्स पर कार्रवाई किए जाने का नियम हैं।

 

बस के स्टॉफ कोई चीज बिना बुकिंग के नहीं ले जा सकते हैं। इसकी जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

संतोष कुमार वर्मा, एआरएम, बरेली डिपो

Crime News inextlive from Crime News Desk