- पिछले साल के 148 काउंसिलिंग सेंटर्स बनाए गए थे

113 सेंटर पर होगी यूपीटीयू की काउंसिलिंग

- पेपर लीक में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी यूपीटीयू की ओर से अपने इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन के लिए आयोजित किए गए स्टेट एंट्रेंस एग्जाम एसईई-ख्0क्भ् के काउंसिलिंग के लिए सेंटर्स की घोषणा कर दी है। इस बार यूनिवर्सिटी ने प्रदेश के सात सौ इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन के लिए पूरे स्टेट में क्क्फ् काउंसिलिंग सेंटर्स बनाए है। एसईई के कोऑर्डिनेटर प्रो। जगबीर सिंह ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार कम कॉलेजों को काउंसिलिंग सेंटर्स बनाए गए है। जबकि वही पिछले साल यूनिवर्सिटी ने क्ब्8 काउंसिलिंग सेंटर्स बनाए थे। जिसमें से क्फ्भ् सेंटर्स पर काउंसिलिंग आयोजित कराई गई थी।

यूपीटीयू के प्रोजेक्ट को लगेगा झटका

यूपीटीयू के पूर्व वाइस चांसलर प्रो। आरके खांडल ने पिछले साल स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक एडमिशन देने के लिए ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों को काउंसिलिंग सेंटर्स बनाने के प्रस्ताव तैयार किया था। ताकि बड़े कॉलेजों में जहां स्टूडेंट्स काउंसिलिंग कराने पहुंच रहे है। उन कॉलेजों की सीटें कम से कम काउंसिलिंग के माध्यम से भर जाएं। इसके बाद भी यूपीटीयू की लाख कोशिशों के बाद भी काउंसिलिंग के माध्यम से इन काउंसिलिंग सेंटर्स की ही सीटें नहीं भर पाई थी।

पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

यूपीटीयू ने पेपर लीक मामले में मंगलवार को एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस को की गई शिकायत में यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार ने एग्जाम कंट्रोलर की रिपोर्ट को आधार मानते हुए पांच शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय की है। वहीं मामले में वीसी ने तीन सदस्यीय हाई पॉवर कमिटी भी नामित कर जांच करने का निर्देश दिया है। फ्क् मई को प्रोफेशनल कम्युनिकेशन का पेपर लीक हो गया था। वीसी को ई.मेल में लीक हुए पेपर की कॉपी भी अटैच कर भेज दी थी। मंगलवार को यूपीटीयू के रजिस्ट्रार कमलेश कुमार चौधरी ने जानकीपुरम थाने में पेपर लीक मामले में शिकायत दर्ज कराई। दर्ज कराई गई शिकायत में बताया कि परीक्षा का पेपर यूनिवर्सिटी के नोडल सेंटर लखनऊ मॉडल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से संबंधित कॉलेजों को भेजा जाता है। यहां आजाद कॉलेज को भेजे जाने वाले बॉक्स में पेपर के पैकेट रखे गए थे। कॉलेज में पेपर पहुंचने पर केवल चार पैकेट ही मिले। इसकी जिम्मेदारी पांच शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।