डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी का सख्त आदेश

निर्देश पढ़ाई पूरी होने के बाद ही दें नौकरी के लिए एनओसी

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ALLAHABAD: हर छात्र चाहता है कि उसे पढ़ाई के साथ नौकरी भी मिल जाये और यह नौकरी यदि कॉलेज कैम्पस से ही मिले तो फिर क्या कहने? अमूमन सभी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में यही ट्रेंड है। लेकिन इस ट्रेंड के बीच बड़ा गोलमाल किया जा रहा है। यह गोलमाल कहीं और नहीं बल्कि टेक्निकल यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजेस कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से मामले में कॉलेजेस को सख्त वार्निग दी गई है।

नियम कानून ताक पर रखे

डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ से जुड़े कॉलेजेस में एडमिशन सौ फीसदी सेलेक्शन की शर्त पर दिया जाता है। इसके लिए हर साल नेशनल और इंटरनेशनल कंपनीज रिक्रुटमेंट ड्राइव के लिए कैम्पस में आती हैं। बड़ी संख्या में ऐसे प्राईवेट इंस्टीट्यूशंस भी हैं। जिन्होंने कैम्पस प्लेसमेंट की मारामारी के बीच कायदे कानून ताक पर रख दिये हैं। ये संस्थान संबंधित कोर्स में इनरोल अंतिम वर्ष के छात्रों को पढ़ाई के बीच ही कैम्पस सेलेक्शन दे रहे हैं।

पत्र जारी कर दी चेतावनी

इसके लिए कॉलेजेस की ओर से कैम्पस प्लेसमेंट की अनुमति के साथ फर्म व कंपनी में ज्वाइनिंग के लिए नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) भी दिया जा रहा है। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने सभी निजी शिक्षण संस्थानों को पत्र जारी कर ऐसा न करने की चेतावनी दी है।

होगी दंडात्मक कार्यवाही

वीसी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि ऐसा करना पठन-पाठन नियम के विरूद्ध है। सेशन की समाप्ति के बाद ही स्टूडेंट को नौकरी के लिए एनओसी प्रदान की जा सकती है। कहा गया है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद ही नौकरी की अनुमति दी जा सकती है। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।