BAREILLY :

13 नवंबर से शुरू हो रहे दरगाह आला हजरत के तीन दिवसीय उर्स की तैयारियां पूरी हो गई हैं। सैटरडे को दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां और सज्जादा नशीन अहसन मियां ने इस्लामिया ग्राउंड में होने वाले तीनों दिनों के प्रोग्रामों का विवरण सैटरडे को जारी किया। उर्स प्रभारी सैय्यद आसिफ मियां ने बताया कि उर्स-ए-रजवी के सभी प्रोग्रामों की कमान दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने अहसन मियां, नूरी मियां, सय्यद आसिफ मियां, मो। राशिद खां पर आधारित एक विशेष पैनल बनाकर उसके सुपुर्द की है। इस पैनल की तरफ से प्रोग्रामों का विवरण जारी ि1कया गया।

12 नवम्बर

बाद नमाज ए इशा रात नौ बजे दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन अहसन मियां दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज के गद्दीनशीन सैय्यद सुल्तान मियां चिश्ती और शहजादा-ए-गौसे आजम, सैय्यद अब्दुल कादिर व दीगर सादाते किराम दरगाह शरीफ के गुस्ल शरीफ की रस्म और संदल पेश करने की रस्म की अदाएगी कराएंगे।

13 नवम्बर

आजम नगर स्थित हाजी अल्लाह बख्श तथा ठिरिया में रजा चौक से जुलूसे परचम कुशाई साहिबे सज्जादा हजरत अहसन मियां की कयादत में उठाया जाएगा जो 5 बजे दरगाह-ए- आलाहजरत पर पहुंचेगा। वहां से फिर दरगाह प्रमुख हजरत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती में इस्लामियां ग्राउंड पहुंचेगा। जहां परचम कुशाई की रस्म अदा करके सभी प्रोग्रामों का आरम्भ कर दिया जाएगा। रात 9 बजे से ऑल इंडिया मुशायरा ए नातो मनकबत होगा। जिसमें पूरे देश से तशरीफ लाये हुए शायर शिरकत करेंगे।

14 नवम्बर

बाद नमाजे फज्र कुरान ख्वानी व नात व मनकबत और सुबह 9:58 बजे उर्से रिहाने मिल्लत मनाया जाएगा।

सुबह 10:30 बजे से हिन्दुस्तानी मुसलमानों के हुकूक की सुरक्षा तथा मुस्लिम पर्सनल लॉ की सुरक्षा और इस समय इस्लाम और मुसलमानों के विरुद्ध जो भ्रम और संदेह की स्थिति पैदा की जा रही है उसके सम्बन्ध में चिंतन तथा विचार विमर्श करने हेतु तदवीरे फलाह और नजात का आयोजन दरगाह प्रमुख हजरत सुब्हानी की सरपरस्ती और हज़रत अहसन मियां की सदारत में होगा। जिसमें देश-विदेश के लगभग 20 हजार उल्मा और मु़फ्ती हजरात सम्मिलित होंगे। रात 9 बजे से उर्स-ए-मुफ़्ती ए आजम हिन्द का आयोजन प्रारम्भ होगा जिसमें देश-विदेश के उलेमा और शायर तकरीरें और अपना नातिया कलाम पेश करने के साथ ही मुफ्ती-ए-आजम हिन्द की जि़न्दगी मुबारक पर रौशनी डालेंगे। रात 1:40 बजे हुजूर मुफ्ती-ए-आजम हिन्द के कुल की रस्म अदा की जाएगी।

15 नवम्बर

बाद नमाजे फज्र कुरान ख्वानी एवं नात व मनकबत और उल्मा-ए-किराम की तकरीरें जो आलाहजरत इमाम अहमद रजा फाजिले बरेलवी की जिंदगी पर आधारित होंगी। दोपहर 2:38 बजे आलाहजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का कुल शरीफ फिर अहसन मियां की दुआ तथा सलात व सलाम और उसके बाद हजरत सुब्हानी मियां देश-विदेश से आने वाले जायरीन को सिलसिला-ए-रजविया कादरिया में मुरीद करेंगे। इस मौक़े पर शाहिद खां नूरी, परवेज खां नूरी, अजमल नूरी, हाजी जावेद खां, तारिक सईद, औरंगजेब नूरी, ताहिर अल्वी, शान सुब्हानी, मंजूर खां, यासीन, नईम, मुजाहिद, आसिम हुसैन, स.माजिद, आसिफ़ नूरी, मोहसिन खां, काशिफ और टीटीएस सदस्य 99 वें उर्स की व्यवस्थाओं को संभालने में मदद करेंगे।