फासीवादी प्रतिबंध

उरुग्वे के राष्ट्रपति जोस मुजिका ने देश के स्टार स्ट्राइकर लुइस सुआरेज पर विश्व कप के दौरान "बाइटिंग" घटना के कारण लगे प्रतिबंध पर फीफा अधिकारियों की काफी आलोचना आलोचना की. राज्य के टीवी स्पोर्ट्‌स शो पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रपति मुजिका ने सुआरेज पर लगे प्रतिबंध को फासीवादी प्रतिबंध करार दिया. टीवी के इस शो पर जब मुजिका से फीफा व‌र्ल्ड कप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भद्दी गाली दी और फिर अपने मुंह को हाथ से ढक लिया जैसे वो दिखाना चाह रहे हों कि उन्हें विश्वास नहीं होता कि उन्होंने इस तरह से बात की, लेकिन फिर वो मुस्कुराने लगे. जब पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या वो इस टिप्पणी को छाप दे तो उन्होंने कहा, मेरी तरफ से निश्चित रूप से इसे छापिए. उनकी पत्नी सीनेटर लुसिया टोपोलांस्की भी उनके नजदीक खड़ी थीं. उन्होंने कहा, मैं भी राष्ट्रपति की टिप्पणी का समर्थन करती हूं.

लिखित में मांगी माफी

फीफा व‌र्ल्ड कप मैच के दौरान सुआरेज ने इटली के डिफेंडर जॉर्जियो चैलिनी को दांतों से काट लिया था जिसके बाद इस कंट्रोवर्सी ने जन्म लिया और फीफा को शर्मसार कर दिया. हालांकि सुआरेज ने अपनी इस हरकत के लिए सभी से माफी मांगी है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि, "मैं जनता को भरोसा दिलाता हूं कि ऐसा वाकया फिर दोबारा नहीं होगा". जो कुछ हुआ उसका मुझे बहुत अफसोस है और ये सच्चाई है कि खेल के दौरान मेरे साथ हुई टक्कर की वजह से मेरे विपक्षी टीम के साथी चैलिनी को काटने जैसी शारीरिक तकलीफ झेलनी पड़ी.

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