Varanasi: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में क्वालिटी बेस्ट सफाई देने की कवायद शुरू हो गई है। काम में किसी प्रकार की लापरवाही न हो, इसके लिए अब हर सफाई कर्मी जीपीएस के थ्रू नगर निगम के रडार पर होगा। यानि की जीपीएस के जरिये इन पर नजर रखी जाएगी। इस दौरान ड्यूटी से गैर हाजिर मिलने वाले कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जाएगा

 

नहीं करा सकेंगे चाकरी

अधिकारियों की चाकरी का हवाला देकर अक्सर ड्यूटी स्पॉट से गैर हाजिर रहने वाले सफाई कर्मचारियों का यह बहाना अब नहीं चलेगा। क्योंकि जीपीएस सिस्टम के शुरू होते ही इनके एक-एक कदम की जानकारी कंट्रोल रूम के थ्रू मिलती रहेगी। ऐसे में वर्किंग आवर के दौरान कोई भी अधिकारी कर्मचारियों से पर्सनल काम लेने से पहले कई बार सोचेगा। वहीं अपनी जगह प्राइवेट आदमी को लगाकर हर महीने पूरा-पूरा वेतन उठाने वाले सफाई कर्मियों की कलई भी खुलेगी।

 

स्वच्छता एप से होती है मॉनिटरिंग

फिलहाल स्वच्छता एप से नगर निगम साफ-सफाई की मॉनिटरिंग करता है। इसके लिए सफाई सुपरवाइजर अपने एंड्रॉयड सेलफोन से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की फोटो, नाम व उनका लोकेशन आईटी सेल को सेंड करता है। जो ड्यूटी में लापरवाही रोकने में काफी कारगर भी साबित हो रहा है। इस प्रक्रिया को और भी अपडेट करने के लिए अब जीपीएस का सहारा लिया जा रहा है।

 

जीपीएस ऐसे करेगा काम

कर्मचारियों के सेलफोन में मौजूद जीपीएस सीधे नगर निगम के आईटी सेल से अटैच रहेगा। ड्यूटी शुरू होते ही कर्मचारी के लोकेशन की सिस्टम में ऑटोमैटिक फीडिंग होने लगेगी। जिनके पास फोन की सुविधा नहीं है, उन्हें इंस्टॉलमेंट में सेल फोन उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें भी यदि कर्मचारी सक्षम नहीं है तो वह अपने सुपरवाइजर के फोन के जरिये कंट्रोल रूम से सम्पर्क में बना रहेगा।

 

हाईलाइटर

-सफाई कर्मियों की हर एक्टिविटी पर रहेगी नजर

-वर्किंग ऑवर में एक्टिवेट रहेगा जीपीएस

-अधिकारी सफाई कर्मियों से नहीं करा सकेंगे चाकरी

- लापरवाह कर्मचारियों पर कसेगा शिकंजा

- बेहतर होगी सफाई व्यवस्था

- आईटी सेल से जुड़ेगा हर सफाई कर्मचारी

 

 

प्वाइंट टू बी नोटेड

 

- 2,770 सफाई कर्मचारी ओवर ऑल

- 1,108 सफाई कर्मचारी हैं रेगुलर

- 600 कर्मचारी हैं डेली बेसिस पर

- 528 कर्मचारी हैं अदर सोर्स के

 

 

 

सफाई व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए स्वच्छता एप से इसकी मॉनिटरिंग चल रही है। सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कर्मचारियों के सेल फोन को जीपीएस से लैस करने की प्लानिंग है।

एके दूबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी