- इलाहाबाद में बंद चल रहा है 100 नंबर

- वूमेन हेल्प लाइन भी तत्काल मदद कर पाने में है फेल

- वूमेन हेल्पलाइन केवल आस-पास के थाने तक जाने की देती है सलाह

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: अगर आप गर्ल या वुमेन हैं। रास्ते में या मार्केट में हैं तो अपनी सिक्योरिटी और सेफ्टी का खुद ध्यान रखें। क्योंकि मुश्किल में पड़ने पर अगर आप क्00 या क्090 नंबर डायल करती हैं तो आपको कोई रिस्पांस नहीं मिलेगा। जी हां, ये सच है। आईनेक्स्ट ने अनसेफ ग‌र्ल्स कैंपेन के तक इन हेल्प लाइंस नंबर्स का रियलिटी चेक किया तो यही हकीकत सामने आई कि इन नंबरों के भरोसे आप अपनी सुरक्षा नहीं कर सकती हैं।

क्00 नंबर मौजूद ही नहीं है

महिलाओं को सशक्त बनाने और उन पर हो रहे अत्याचार को खत्म करने के लिए जहां जिलों में वुमेन हेल्पलाइन शुरू की गई है, वहीं स्टेट लेवल पर भी क्090 वूमेन पॉवरलाइन की भी शुरुआत की गई है, ताकि अगर किसी महिला व लड़की के साथ कोई घटना होती है तो वो तत्काल शिकायत कर मदद ले सकती है। लेकिन क्090 यानी वुमेन पॉवर लाइन भी तत्काल मदद कर पाने में फेल है। ये केवल नजदीक के थाने जाने और क्00 नंबर पर कॉल करने के लिए सलाह देने तक ही सीमित है। वहीं अगर क्00 नंबर की बात करें तो फिर पूछिए ही मत। ये ऐसा नंबर है, जो मौजूद ही नहीं है।

एक लड़की से कराई गई कॉल

वूमेन पॉवरलाइन की एलर्टनेस और मदद करने के सिस्टम को चेक करने के लिए आईनेक्स्ट ने एक लड़की के जरिए रियलिटी चेक किया। लड़की ने अपने मोबाइल से क्090 वूमेन पॉवरलाइन पर कॉल किया। उसके बाद जो रिस्पांस मिला वो चौंकाने वाला रहा। हम आपको बताते हैं। हकीकत

दिन में ख्.00 बजे क्090 पर लड़की ने किया कॉल

रिस्पांस- नंबर बता रहा था बिजी

पांच मिनट बाद ख्.0भ् पर फिर किया कॉल

रिस्पांस- नंबर बता रहा था बिजी

थोड़ी देर बाद ख्.क्भ् पर फिर कॉल किया

रिस्पांस- घंटी बजी, किसी महिला ने कॉल रिसीव किया। हेलो वूमेन पॉवरलाइन लखनऊ आपकी क्या सहायता कर सकती है।

लड़की- मैडम में यहां पर बाहर से आई थी कोचिंग के बारे में पता करने के लिए। मैं एक प्लेस पर हूं, चार लड़के मुझे परेशान कर रहे हैं। बदतमीजी से बात कर रहे हैं। मना करने पर उल्टी सीधी बात कर रहे हैं कि इलाहाबाद में उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं।

वूमेन पॉवरलाइन- वो कैसे हैं? क्या पैदल हैं?

लड़की- हां मैडम वो, पैदल हैं

वूमेन पॉवरलाइन- आप कहां हैं अपना लोकेशन और थाना बताइए।

लड़की- मैडम मैं बाहर से आई हूं, मुझे एरिया के बारे में बहुत नहीं पता है लेकिन एक दुकान पर सिविल लाइंस लिखा हुआ है। मैं थाना नहीं बता सकती।

वुमेन पॉवरलाइन- आप जब तक थाना और जिला नहीं बताएंगी हम कुछ नहीं कर सकते

लड़की- मैडम मुझे थाने के बारे में नहीं पता। वैसे मैं इलाहाबाद से बोल रही हूं।

वुमेन पॉवर लाइन- मैडम, हम लखनऊ से बोल रहे हैं। आप ऐसा करिये तत्काल क्00 नंबर पर कॉल करिए। घटना के बारे में बताइए। लोकल पुलिस आएगी और आपकी मदद करेगी।

लड़की- ठीक है मैम

लड़की ने उसी समय क्00 नंबर पर कॉल किया

क्00 नंबर पर कॉल करने के बाद कोई रिस्पांस नहीं मिला। जवाब आया कि डॉयल किया गया नंबर गलत है। कृपया नंबर जांच लें। लड़की ने कई बार क्00 नंबर कॉल किया, लेकिन एक बार भी कॉल नहीं मिला। केवल यही जवाब मिलता रहा कि डॉयल किया गया नंबर गलत है। यानी छेड़खानी की शिकार एक लड़की को कोई मदद नहीं मिली। मदद के बजाय भटकाव भरा जवाब मिलने और क्00 पर कोई रिस्पांस न मिलने पर लड़की की आवाज दब गईये तो आईनेक्स्ट का एक रियलिटी चेक था। जिसमें पुलिस के साथ ही गवर्नमेंट के सिस्टम की सच्चाई सामने आई कि किस तरह से पीडि़त लड़की और महिलाओं की मदद की जाती है। रियलिटी चेक की जगह अगर ये हकीकत में घटना होती तो क्या होता?

क्00 नंबर डायल किया गया नंबर गलत है

क्00 नंबर यानी इमर्जेसी में मदद पाने का हथियार। इस नंबर को चालू करने का मकसद ही यही है कि अगर किसी को किसी तरह की कोई समस्या हो तो कभी भी इस नंबर पर कॉल कर पुलिस की मदद ली जा सकती है। लेकिन इलाहाबाद में क्00 नंबर तो बंद चल रहा है। अधिकारियों व थानों के नंबर तो लोगों को याद नहीं रहते, लेकिन क्00 नंबर के बारे में तो करीब-करीब सभी को पता है। हर किसी को पता है कि इमर्जेसी में क्00 नंबर पर डॉयल करने पर मदद मिलती है। लेकिन जब क्00 नंबर ही काम नहीं करेगा। इमर्जेसी में भी लोगों को तत्काल मदद नहीं मिलेगी तो फिर इस सिस्टम से सुरक्षा की क्या अपेक्षा करें।

क्090 वुमेन पॉवरलाइन आस-पास के थाने जाइए

वूमेन पॉवर लाइन की स्थापना महिलाओं की मदद के लिए की गई है। लेकिन वुमेन पॉवरलाइन मदद करने के बजाय केवल सुझाव और सलाह देने तक ही सीमित है। तत्काल मदद की अपेक्षा करना गलत होगा। अगर किसी महिला या लड़की के साथ कोई घटना होगी तो उसे वुमेन पॉवर लाइन को एरिया के बारे में थाने के बारे में बताना होगा। जिसके बाद आपको सुझाव मिलेगा कि आप संबंधित थाने पर जाइए, वहां मदद मिल जाएगी। अगर वुमेन पॉवर लाइन का काम केवल सुझाव देना है तो फिर जरूरत ही क्या है।

क्00 नंबर अभी चालू नहीं हुआ है। हाईटेक कंट्रोल रूम का उद्घाटन अभी नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री को करना है। एक जनवरी के बाद किसी दिन संभावित है.क्00 नंबर अभी पुराने तरीके से जिले में जैसे चल रहा था, उसी तरह से चल रहा है। हो सकता है, नंबर अटैंड करने वाले कहीं चले गए हों। मैं दिखवाता हूं। फिलहाल हाइटेक सिस्टम होने के बाद क्00 नंबर के क्0 फोन लग जाएंगे, जिसके लिए पुलिस कर्मियों की डयूटी लगेगी.क्0 दिन की और बात है, क्0 दिन बाद इस तरह की समस्या नहीं होगी।

प्रदीप कुमार

एसपी कंट्रोल रूम