एलर्जी और रैसेज का खतरा
एक रिपोर्ट की मानें, तो एप्पल वॉच यूजर्स ने कुछ कंप्लेन दर्ज कराईं हैं. इनका कहना है कि, इस घड़ी को काफी देर तक पहनने के बाद कलाई में रैसेज पड़ जाते हैं. हालांकि शिकायतकर्ताओं ने इसकी कुछ इमेजेस भी पोस्ट की है, जिसमें साफ तौर पर कलाई में पड़े लाल धब्बों को देखा जा सकता है.

apple watch पहनने वालों को हुआ स्‍िकन इरिटेशन
क्या कहना है कंपनी का
एप्पल ने इस तरह की बातों को सिरे से खारिज कर दिया है. कंपनी का कहना है कि, यह घड़ियां पूरी तरह से टेस्टेड हैं. वो भी एक बार नहीं बल्िक कई बार टेस्टिंग प्रोसेस से गुजरी हैं. ऐसे में घड़ी पहनने से इस तरह की कोई समस्या सामने नहीं आनी चाहिए. इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि, घड़ी में यूज होने वाला मैटेरियल पूरी तरह से सेफ है और यह यूजर्स को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकता. हालांकि कंपनी ने बचाव करते हुए कहा कि, जिन लोगों ने इसकी शिकायत की है, उन्हें स्िकन प्रॉब्लम्स हो सकती है या फिर गलत तरीके से पहनना होगा.

टैटू को लेकर आई थी शिकायत
बताते चलें इससे पहले भी एप्पल वॉच के कुछ यूजर्स इसकी एक कमी के चलते काफी परेशान हो चुके हैं. जिन लोगों की कलाई में टैटू बना है, उनका कहना है कि, वॉच में लगा हार्ट रेट सेंसर अच्छी तरह से वर्क नहीं कर रहा है. हालांकि यह टाइम सही बता रही है. अब ऐसे में कंपनी क्या स्टेप लेती है, यह देखना दिलचस्प होगा. लेकिन एप्पल वॉच की यह कमी उसके कंप्टीटर मोटोरोला और एलजी को काफी फायदा पहुंचा सकती है.

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