कुल 29 स्टेशन बनेंगे
शासन के निर्देश पर मेरठ मेट्रो की रिवाइज डीपीआर नई मेट्रो नीति के तहत तैयार कराई गई थी। पिछले दिनों रिवाइज डीपीआर भारत सरकार की संस्था राइट्स ने तैयार की थी। जानकारी के मुताबिक अप्रूव डीपीआर में 33 किमी लंबी मेट्रो लाइन मेरठ में बिछाई जाएगी। दो कॉरीडोर में कुल 29 स्टेशन प्रस्तावित हैं। परियोजना की लागत 13,800 करोड़ रूपये है और यह 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगी।
कॉरिडोर एक
- परतापुर से मोदीपुरम (18 किमी लगभग)
- परतापुर से शताब्दीनगर तक व एमईएस से मोदीपुरम तक फ्लाईओवर पर
- शताब्दीनगर से बेगमपुल होते हुए एमईएस तक भूमिगत ट्रैक
कॉरिडोर दो
- गोकलपुर से श्रद्धापुरी (15 किमी लगभग)
- गोकलपुर से रजबन बाजार तक फ्लाईओवर पर
- रजबन बाजार से श्रद्धापुरी फेज दो तक भूमिगत
- परतापुर, बेगमपुल, मोदीपुरम पर सर्वाधिक यात्री
मेट्रो ट्रेन के कुल 29 स्टेशन बनेंगे। राइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक पीक ऑवर में परतापुर, बेगमपुल, मोदीपुरम, बच्चापार्क, हापुड़ अड्डा, गोकलपुर आदि स्टेशनों से चढ़ने वाले यात्रियों की संख्या 10 हजार से 15 हजार प्रति घंटा होगी।
मेरठ मेट्रो के 2 कॉरीडोर को कैबिनेट से मंजूरी मिली है। पिछले दिनों राइट्स द्वारा रिवाइज डीपीआर बनाई गई थी जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दी है। पूर्व में फर्स्ट कॉरीडोर को रैपिड रेल के मद्देनजर निरस्त किया गया था, किंतु रैपिड रेल के आने में देरी के चलते दोनों कॉरीडोर मंजूर किए गए हैं। शासन के निर्देशन में प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
- साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए