ALLAHABAD: देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी के यूं तो कई उदाहरण हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश पब्लिक कमीशन (यूपीपीएससी) ने एक ऐसी मिसाल पेश की है, जिसके बारे में सोचकर ही किसी भी प्रतियोगी छात्र का हौसला टूट सकता है। यूपीपीएससी ने साढ़े छह साल बाद भले ही अपर निजी सचिव 2010 का फाइनल रिजल्ट दे दिया हो। लेकिन यह साफ हो गया है कि आयोग सचिवालय की भर्ती को लेकर भी ज्यादा गंभीर नहीं है।

 

कई सेशंस जीरो

गौरतलब है कि वर्ष 2010 से 2017 के बीच अपर निजी सचिव भर्ती के कई सेशंस जीरो हो गए हैं। वजह, आयोग ने हर साल इसका विज्ञापन ही नहीं निकाला। कहने को आयोग यह कह सकता है कि उसे अधियाचन वगैरह मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन इस दौरान 2010 और 2013 की भर्ती प्रक्रिया में हुई देरी आयोग की लापरवाही को उजागर करती है। मालूम हो कि अभी भी अपर निजी सचिव परीक्षा 2013 की भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है और इसके पहले और दूसरे चरण की परीक्षा का परिणाम न केवल पेंडिंग है। बल्कि अंतिम चरण की परीक्षा भी होनी बाकी है।

 

मुट्ठीभर पदों के लिए रुका रहा रिजल्ट

-अपर निजी सचिव परीक्षा 2010 का विज्ञापन 25 दिसंबर 2010 को आया था। -पहले चरण की परीक्षा ही सितम्बर 2013 में करवाई जा सकी।

-दूसरे चरण की परीक्षा का आयोजन मार्च 2014 में किया गया।

-मुट्ठीभर छात्रों के लिये हुए इस एग्जाम का रिजल्ट डेढ़ साल बाद 19 जून 2015 में निकाला जा सका।

- वहीं अंतिम चरण की परीक्षा का आयोजन भी लम्बा अरसा बीत जाने के बाद 11 सितम्बर 2016 को किया गया।

- इसका परिणाम 03 अक्टूबर 2017 को घोषित किया गया।

- इसमें सामान्य चयन के 240 पदों के सापेक्ष 239 अभ्यर्थी सफल घोषित किये गये हैं।

 

 

शार्ट हैंड सीखें नौकरी पायें

अपर निजी सचिव परीक्षा 2010 में चयनित अभ्यर्थी सत्य प्रकाश जायसवाल, राम मणि सिंह एवं अर्जुन सिंह से दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने बात की। इनमें सत्य प्रकाश जायसवाल ने शार्ट हैंड और टाईपिंग की महत्ता को रेखांकित करते हुये बताया कि यदि यह विद्या प्रतियोगियों ने सीखी है तो सफल होने के चांसेस 80 फीसदी तक बढ़ जाते हैं।

 

मैं वाणिज्य कर विभाग इलाहाबाद में स्टेनो के पद पर कार्यरत हूं। लेकिन शॉर्ट हैंड और टंकण ज्ञान के जरिए आज सचिवालय में नौकरी पाने का सपना सफल हो सका है।

-सत्य प्रकाश जायसवाल, राजरूपपुर

 

बहुत से लोग शॉर्ट हैंड और टंकण की प्रैक्टिस ऊबकर छोड़ देते हैं। लेकिन अगर थोड़ा सा धैर्य रखकर इसे सीख लिया जाए तो नौकरी मिलना भी पक्का होता है।

-राम मणि सिंह, कालिन्दीपुरम

 

प्रत्येक उच्चाधिकारी को स्टेनो की जरूरत होती है। इससे कोर्ट में भी नौकरी के ऑप्शन खुलते हैं। ऐसे में शार्ट हैंड की महत्ता कभी कम नहीं हो सकती।

-अर्जुन सिंह, भगवानपुर