कांग्रेस-पीडीएफ विवाद को लेकर पीसीसी चीफ से हाईकमान नाराज

-यूपी में खाट महापंचायत निपटने के बाद पीडीएफ को कांग्रेस हाईकमान देगा मिलने का वक्त

-अंबिका सोनी ने की मंत्री प्रसाद नैथानी से बात, पीसीसी चीफ पर भारी पड़ सकता है आक्रामक रुख

देहरादून: उत्तराखंड के सियासी खेल में कांग्रेस और पीडीएफ दोनों ही एक दूसरे की खाट खड़ी करने पर आमादा हैं। पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय ने तो पीडीएफ के खिलाफ राज्यसभा चुनाव के बाद से ही मोर्चा खोल रखा था लेकिन अब जब पीडीएफ ने अपने तेवर दिखाए तो हाईकमान भी हरकत में आया है। सियासी गलियारों में अब ये चर्चाएं तेज हैं कि कहीं इस लड़ाई में किशोर की ही खाट न खड़ी हो जाए? प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी की डांट के बाद पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की तल्खी थोड़ी कम हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई। पीडीएफ चीफ मंत्री प्रसाद नैथानी ने तो साफ साफ अंबिका सोनी से कह दिया कि अगर किशोर उपाध्याय न सुधरे तो समर्थन वापसी पर विचार करेंगे। अब खबर है कि इस पूरे मसले पर अंबिका सोनी ने हाईकमान से बात की है। राहुल की यूपी में खाट पंचायत खत्म होने के बाद किशोर को दिल्ली तलब किया जा सकता है। साथ ही कांग्रेस हाईकमान पीडीएफ चीफ को भी दिल्ली बुलाकर मसले पर मंथन करेगा।

किशोर की लग सकती है क्लास

पार्टी हाईकमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से खासा नाराज है। नाराजगी इस बात पर है कि समन्वय समिति में सब कुछ तय हो गया तो फिर किशोर उपाध्याय पीडीएफ के खिलाफ आक्रामक क्यों हैं। कुल जमा जो संकेत उभर रहे हैं, वह प्रदेश अध्यक्ष के अनुकूल नहीं दिख रहे। भले ही यूपी में खाट बिछाकर कांग्रेस चुनावी संभावनाएं तलाश रही है, लेकिन उत्तराखंड में जो हालात हो चले हैं, उसमें तो अब खाट खड़ी होती ही दिख रही है।

किशोर की खिंचाई, मंत्री को आश्वासन

पार्टी प्रभारी अंबिका सोनी ने पीडीएफ को लेकर बयानबाजी पर प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की खिंचाई की है। दूसरी तरफ, पीडीएफ की शिकायत को हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। अंबिका सोनी ने पीडीएफ संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी से भी बात की है।

वर्जन

-किशोर उपाध्याय ने जिस तरह से पीडीएफ के साथ व्यवहार किया है, वो निंदनीय है। हमें खुशी है कि कांग्रेस हाईकमान ने हमारी बात को गंभीरता से लिया है। हम पहले ही कह चुके हैं कि कांगे्रस संगठन का रवैया नहीं बदला, तो समर्थन वापसी पर विचार किया जा सकता है। वैसे, खाट पंचायत निबट जाने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कराने का हमें भरोसा दिलाया गया है।

-मंत्री प्रसाद नैथानी, पीडीएफ चीफ

-पीडीएफ के साथ रिश्तों पर आखिरी फैसला कांग्रेस हाईकमान को लेना है। मेरी चिंता अब भी ये ही है कि पीडीएफ के साथ रिश्तों की समय पर समीक्षा होनी चाहिए। हमारे पुराने साथियों की चुनाव में दावेदारी का सवाल भी अपनी जगह है।

-किशोर उपाध्याय, पीसीसी चीफ

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पीडीएफ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव

कौसानी में शनिवार को हुई पीसीसी मीटिंग में पीडीएफ का मुद्दा छाया रहा। पीसीसी के सदस्यों में पीडीएफ के नेताओं के खिलाफ गुस्सा देखा गया। कहा गया कि सहयोगी होने के बावजूद जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष के लिए पीडीएफ नेताओं ने बयानबाजी की है, वो काबिले बर्दाश्त नहीं है। सूत्रों के खिलाफ मीटिंग में पीडीएफ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है।