देहरादून: उत्तराखंड के तकनीकी विश्वविद्यालय को अब वीर माधो सिंह भंडारी के नाम से जाना जाएगा। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की। इस मौके पर सीएम ने विश्वविद्यालय में शौर्य दीवार और एकेडिमिया इंडस्ट्री फोरम का भी उद्घाटन किया।

 

यूटीयू को मिला नया कैंपस

फ्राइडे को सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड तकनीकि विश्वविद्यालय के नए परिसर का लोकार्पण किया, साथ ही शौर्य की दीवार का अनावरण किया। कैंपस में एकेडमिया इंडस्ट्री फोरम की भी फ्राइडे को शुरुआत की गई। इस दौरान सीएम ने कहा कि तकनीकि विश्वविद्यालय के छात्रों का औद्योगिक संस्थानों के साथ संवाद कायम होना जरूरी है। उद्योगों को लेकर आधुनिक तकनीकी जिस तेजी से बदल रही है उसे हासिल करने के प्रयास होने चाहिए।

 

2020 तक 1 लाख स्कि्ल्ड युवा

कौशल विकास पर बल देते हुए सीएम ने कहा कि उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 तक प्रदेश में एक लाख युवाओं को स्किल्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये राज्य में कौशल विकास मंत्रालय का गठन किया गया है। कहा कि कौशल विकास के लिए युवाओं को प्रेरित और जागरूक करने की जरूरत है।

 

15 स्टूडेंट्स का सम्मान

इस अवसर पर सीएम ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया। सीएम ने आईआईएम, आईआईटी, एनआईटी के लिए चयनित 15 छात्र-छात्राओं को 50 हजार रुपये का चेक देकर प्रोत्साहित किया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में सिद्धार्थ अग्रवाल, प्रांचल भट्ट, हरप्रीत कौर, नकुल कोठारी, सविता वोरा, गौतम गोयल, सुमन्य शर्मा, एससी बिश्नोई, प्रिंसी बरसाल, सलोनी गौतम, ऋषभ कुमार भारद्वाज, आदित्य बिष्ट, तोसिव वाष्णेय, पवन गौड़, शुभम उनियाल शामिल रहे।

 

एक्सप‌र्ट्स के तौर पर रहे मौजूद

'यूनिवर्सिटी ऐकेडमिया-इंडस्ट्री फोरम' को लेकर यूटीयू के वीसी प्रो। यूएस रावत, रजिस्ट्रार डॉ। अनीता रावत, सीएम के टेक्नीकल एडवाइजर डॉ। नरेंद्र सिंह, असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर इंडिया, डॉ। नरेश शर्मा, उद्योगपति डॉ। अशोक कुमार विंडलास, प्रो। आर तिवारी ने अपने विचार रखे।