- आज से कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन करेंगी एएनएम

- एसीपी की मांग पर फैसला न होने से नाराज हैं एएनएम

DEHRADUN: महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। आज एएनएम हाजिरी लगाने के बाद काम पर नहीं जाएंगी। इस दौरान एएनएम डीजी हेल्थ ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन करेंगी।

बैठक में किया ऐलान

मंगलवार को एएनएम की राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों के साथ विकास भवन में बैठक हुई। बैठक में एएनएम ने कहा कि एसीपी की मांग को लेकर डीजी हेल्थ लगातार उन्हें टाल रही हैं। आरोप लगाया कि वे बार-बार बातचीत के लिए बुला रही हैं, लेकिन कभी भी बातचीत नहीं कर रही हैं। ऐसी हालत में वे आज से टीकाकरण अभियान में हिस्सा नहीं लेंगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी एएनएम के आंदोलन का समर्थन किया है। परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि वे एएनएम के इस आंदोलन में हर संभव मदद करेंगे और जहां भी उनकी जरूरत होगी, उपलब्ध रहेंगे।

डीजी का करेंगे घेराव

एएनएम ने आज डीजी हेल्थ का घेराव करने की भी बात कही है। तय रणनीति के अनुसार देहरादून और हरिद्वार जिलों की एएनएम स्वास्थ्य निदेशालय में प्रदर्शन करेंगी, जबकि अन्य जिलों की एएनएम अपने-अपने सीएमओ दफ्तरों में प्रदर्शन करेंगी। हालांकि यह अभी तय नहीं हुआ है कि अन्य जिलों की एएनएम भी बहिष्कार में हिस्सा लेंगी या नहीं।

पूर्व अधिकारी पर आरोप

एएनएम ने पूर्व डीजी हेल्थ और वर्तमान में चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष का काम देख रहे डॉ। आरपी भट्ट से भी नाराजगी जताई है। एएनएम का आरोप है कि डॉ। आरपी भट्ट उनकी मांगों पर अड़चन पैदा कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वे किस तरह से अड़चन पैदा कर रहे हैं।

एक चौथाई लक्ष्य भी नहीं पूरा

एएनएम के कार्य बहिष्कार से खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान को झटका लगने की आशंका है। अभियान के तहत 8 लाख से ज्यादा बच्चों को टीका लगाया जाना है, लेकिन सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने के बावजूद पिछले क्भ् दिनों में दो लाख बच्चों को भी टीका नहीं लग पाया है। सोमवार तक जिले में मात्र क् लाख म्फ् हजार बच्चों को ही टीका लगाया जा सका था।

फिलहाल मुझे एएनएम के कार्य बहिष्कार की जानकारी नहीं है, यदि ऐसा हुआ तो भी अभियान को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। हम एनजीओ और अन्य कर्मचारियों की मदद से काम जारी रखेंगे। एएनएम के साथ कोई न कोई समझौता हो जाएगा।

डॉ। यूएस चौहान, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी।