मेमोरी टाइटिल चैंपियनशिप
हैदराबाद की रहने वाली वैष्णवी यरलागड़ा अब देश के बाद विदेशों में भी अपने नाम का परचम लहराने लगी हैं। उनकी याददाश्त आज दुनिया में सबसे ज्यादा तेज है। कठिन से कठिन नाम, बहुत कम दिखने वाले चेहरे, बड़ी से बड़ी संख्या, एक नजर में देखी गई बाइनेरी डिजिट आदि सब पल भर में याद कर लेती हैं। सबसे खास बात तो यह है कि एक बार याद की हुई चीज वैष्णवी यरलागड़ा कभी नहीं भूलती हैं। शायद तभी हाल ही में उन्होंने चीन के चेंगडु में हुए इंटरनेशनल मास्टर ऑफ मेमोरी टाइटिल चैंपियनशिप में भाग लिया। इस चैंपियनशिप प्रतियोगिता में जीतने के लिए उन्हें एक घंटे के अंदर एक हजार संख्या याद करनी थी। साथ ही कार्ड्स के दस डेक और कार्ड्स के पूरे डेक को भी याद करना था। जिसे जीतना एक बड़ा टारगेट था।

काफी अच्छा प्रदर्शन किया
ऐसे में वैष्णवी यरलागड़ा ने इस दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी इस अनोखी प्रतिभा के बल पर इस खिताब को जीत लिया है। वहीं इस खिताब को जीतने वाली वैष्णवी यरलागड़ा का कहना है कि उन्हें भी देश का नाम रोशन करके काफी खुशी हो रही है। वह आगे भी अपनी इस प्रतिभा का ऐसे ही प्रदर्शन करती रहेंगी। उनका कहना है कि वह इस कला में 2010 से महारत हासिल कर रही हैं। वह तब से लगातार चीजों को छोटे छोटे टुकड़ों में याद करती हैं। बताते चलें कि वैष्णवी यरलागड़ा को हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वुमन अचीवर्स अवॉर्ड से नवाजा है। वह इस दौरान 100 वुमन अचीवर्स वाली महिलाओं की सूची में शामिल हो चुकी हैं।

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