सिटी की रोड्स पर मौजूद हैं ढेरों गढ्डे

रोड हो गयीं ऊंची, सीवर हो गए नीचे

VARANASI :

केस : क्

गोदौलिया से दर्शनार्थियों से भरा एक ई रिक्शा लक्सा की ओर बढ़ा। वह सामान्य रफ्तार में था। दूध सट्टी से थोड़ा आगे बढ़ा था तभी अचानक से चालक को एक बड़ा गढ्डा नजर आया। वह जब तक रिक्शे को उसमें जाने से बचाता तब तक एक पहिया अंदर जा चुका था। बैलेंस बिगड़ने से रिक्शा पलट गया। उसमें सवार छह लोग घायल हो गए। यह गढ्डा रोड ऊंची होने के बाद नीचे हुए मैनहोल का था।

केस : ख्

रवि सिंह को कोचिंग के लिए लेट हो रहा था। वह शिवाला स्थित अपने घर से निकला दुर्गाकुण्ड पहुंचने के लिए बाइक स्पीड थोड़ी अधिक कर दी। रवीन्द्रपुरी कालोनी में संत कीनाराम आश्रम से थोड़ा आगे बढ़ा था। तभी रोड से काफी नीचे हो चुका मैनहोल नजर आया। उसने बाइक को रोकने के लिए पूरी ताकत से डिस्क ब्रेक दबा दिया। बाइक का बैलेंस बिगड़ा और रवि उसके साथ रोड पर दूर तक घिसट गया। उसे गंभीर चोट आयी।

दोनों केस यह बताने के लिए काफी हैं कि शहर की सड़कें किस कदर खतरनाक हो चुकी हैं। गहरी खोदाई के बाद आनन-फानन में सड़कें तो बना दी गयीं लेकिन मैनहोल को ऊंचा नहीं किया गया। नतीजा यह हुआ कि हर रोड पर मैनहोल छह ईच से लेकर एक फीट तक गहरे हो गए हैं। इनके आसपास कोई मार्क न होने से नजर नहीं आते हैं। जिससे कई एक्सिडेंट्स होते हैं। अभी यह हालत तो कल्पना किया जा बरसात में कितनी खतरनाक स्थिति होगी। जब सारे रोड पानी से डूबी होंगी। तब यह गढ्डे और नजर नहीं आएंगे। राहगीर अपनी हाथ-पैर तुड़वाएंगे या जान गवाएंगे।

बारिश में बनेंगे जानलेवा

कुछ महीने पहले तक डेवलपमेंट वर्क की वजह से पूरे शहर की सड़कों को खोद दिया गया था। इसे लेकर खूब हो-हल्ला मचा। शासन का हंटर चला तो आनन-फानन में रोड बना दी गयीं। रोड तो काफी ऊंची हो गयीं रोड के बीच में मौजूद सीवर के मुहाने को ऊंचा नहीं किया गया। जिसके चलते सीवर के मुहानों ने गढ्डों की शक्ल ले लिया। बारिश में जलभराव इस शहर की नियति है। काफी कोशिश के बाद भी इससे निजात नहीं मिल सकी है। इस बार भी बारिश में सिटी की हर रोड पानी में डूबेगी। तब गढ्डे और नजर नहीं आएंगे और जानलेवा बनेंगे।

नगर निगम करेगा ऊंचा

नीचे हो चुके सीवर के मुहाने को नगर निगम ऊंचा करेगा। इनकी वजह से हो रहे एक्सिडेंट की बात को पार्षदों ने गंभीरता से लिया। इस पर चर्चा कि और नगर निगम प्रशासन को सीवर ऊंचा करने के लिए कहा। तय किया गया कि सबसे पहले नगर निगम अपने रोड पर मौजूद गढ्डों को दुरुस्त करेगा। इसके बाद अन्य विभागों से सामन्जस्य स्थापित करके अन्य गढ्डों को ऊंचा करेगा। यह काम बरसात शुरू से पहले किया जाएगा।