-झूमकर बरसे बादलों ने उमस और गर्मी से पब्लिक को दी राहत, मंडे को भी मौसम खुशनुमा रहने के मिले संकेत

- बंगाल-उड़ीसा की हवाओं ने कराई बारिश, तेज हवाओं ने रूरल एरिया में मचाई तबाही

VARANASI : पिछले कई दिनों से गर्मी और उमस से परेशान लोगों को रविवार को उस वक्त राहत मिली जब दोपहर बाद बादल झूमकर बरसे। तेज बारिश के बीच लोग इससे बचने की जगह जमकर भींगे। तेज हवा के साथ आई बरसात ने लोगों को चिपचिपी गर्मी से राहत को दी लेकिन ग्रामीण इलाकों में तेज हवाओं ने मुसीबत बढ़ा दी। दर्जनों पेड़ गिर गए जिससे हाईवे जाम हो गया। मौसम के बदले इस रुख के कारण सारनाथ पांच मिनट तक ओले भी गिरे। आधे घंटे तक जमकर बरसे बादलों ने जहां राहत दी वहीं दूसरी ओर मुसीबत भी बढ़ा दी।

मौसम हुआ सुहाना

दो दिनों से बढ़ी उमस के बाद रविवार को लोगों को उस वक्त राहत मिली जब दोपहर बाद मौसम सुहाना हुआ और सूरज बादलों के बीच में छिप गया। सूरज के गायब होते ही सड़क पर धूप की तपिश से परेशान लोगों ने अपने चेहरे पर बंधे कपड़ों को खोल दिया और बदले मौसम का मजा लेने लगे। इसी बीच अचानक बूंदाबादी शुरू हुई और देखते ही देखते बादलों ने झूमकर बरसना शुरू कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उड़ीसा व पश्चिम बंगाल की पूर्वी हवा ने वातावरण मे नमी बढ़ाई जिसके कारण मौसम बदला और तेज बारिश हुई। बदले मौसम के इस मिजाज के कारण रविवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान जहां क्.म् डिग्री सेल्सियस गिरकर ब्क्.म् से ब्0 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान 0.ख् डिग्री सेल्सियस गिरकर ख्7.ख् से ख्7 डिग्री सेल्सियस हो गया लेकिन आ‌र्द्रता बढ़ने के कारण मौसम में उमस बढ़ती रही। आ‌र्द्रता अधिकतम भ्भ् व न्यूनतम ख्क् फीसदी दर्ज की गई।

अभी रहेगा ऐसे ही

रविवार को बदला ये मौसम अभी दो दिनों तक ऐसे ही रहेगा। मौसम वैज्ञानिक प्रो। एसएन पांडेय के मुताबिक रविवार को मौसम का बदला रुख कम से कम दो दिनों तक ऐसा ही रहेगा। मौसम वैज्ञानिक की मानें मौसम के इस रुख बदलने की सबसे बड़ी वजह रही उड़ीसा-बंगाल की ओर से आ रही हवा। इस ओर से आ रही गर्म हवाओं ने लोकल हीटिंग बढ़ाई। इस वजह से दो दिनों से धूप धीमी हुई और उमस बढ़ी। हीटिंग और उमस का मेल हुआ। इस वजह से बदरा जमकर बरसे। प्रो पाण्डेय की मानें तो अब कोई दबाव इस ओर से नहीं आ रहा है और न लोकल हीटिंग है। इसलिए अब तेज बरसात के चांस नहीं है। हां लेकिन बूंदाबादी हो सकती है। सोमवार को इस बदले मौसम का असर दिखेगा लेकिन मंगलवार तक मौसम पहले जैसा हो जाएगा। प्रो। पांडेय के अनुसार सतह से दो किलोमीटर तक दक्षिणी पूर्वी हवा है। इसके ऊपर हवा का रुख उत्तरी पश्चिमी हो गया है। इससे आगे फिर से गर्मी पड़ेगी।

मौसम ने मचाई तबाही

बारिश और तेज हवाओं से एक ओर जहां लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। वहीं तेज हवा से कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ। आधे घंटे तक हुई जोरदार बारिश से कई क्षेत्रों में पानी लग गया। सारनाथ में बारिश से पहले आई आंधी के कारण दर्जनों घरों के छप्पर उड़ गए। इससे लाखों की क्षति हुई है। इसके अलावा पिंडरा, चोलापुर, चिरईगांव, मिर्जामुराद आदि क्षेत्रों में भी आंधी की वजह से कई पेड़ उखड़ गए। आशापुर, लेढ़ूपुर में पेड़ उखड़ने से गाजीपुर मार्ग घंटों तक बाधित रहा। चोलापुर में आंधी-पानी में कई पेड़ उखड़ गए। यहीं राजापुर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक भैंस मर गई।

बारिश के कारण आम हुआ दूर

बेमौसम हुई इस बारिश के कारण भले ही लोगों को गर्मी से राहत मिली हो लेकिन इस बारिश के कारण लोग अपने चहेते फल आम से दूर हो सकते हैं। बारिश और तेज हवाओं से आम के फसल के नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। तेज हवाओं के कारण पेड़ पर लगे अधिकांश आम पेड़ों से गिर गए।