मंगलवार देर रात ताबड़तोड़ ट्वीट करते हुए उन्होंने सोनिया गांधी और भाजपा सांसद वरुण गांधी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। मोदी ने लिखा कि कुछ साल पहले वरुण गांधी लंदन में उनके आवास पर आए और उन्होंने सोनिया गांधी के साथ सभी मामलों का निपटारा कर देने का आश्वासन दिया। वे चाहते थे कि मैं इटली में रह रहीं उनकी चाची की बहन से एक बार मिल लूं। इसके बाद एक कॉमन फ्रेंड के जरिये हमने उनसे संपर्क किया। मोदी ने बताया, ‘सोनिया की बहन ने काम कराने के बदले छह करोड़ डॉलर (करीब 360 करोड़ रुपये) की मांग की। इस पर मैंने कहा कि क्या पागलपन है?’
1/2 Please clarify @varungandhi80 did u or did u not come to my house in london. Whilst staying at the Ritz hotel in lon a few years ago -
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) June 30, 2015
Please mr @varungandhi80 - let the world know what you told about what auntie wants - witness is our good friend world renowned astrologer.
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) June 30, 2015
इसके बाद मोदी ने पूछा कि क्या वरुण गांधी इस बात से इन्कार कर सकते हैं? वे शायद इन्कार करेंगे, लेकिन मैंने तमाम मुलाकातों का वीडियो रिकार्ड बना रखा है। उन्होंने वरुण से यह भी पूछा है कि जब वे लंदन के रिट्ज होटल में ठहरे हुए थे, तो क्या उनसे मिलने उनके आवास पर नहीं आए थे? वरुण को बताना चाहिए कि उन्होंने अपनी चाची के बारे में क्या कहा था। एक विश्वविख्यात ज्योतिषी इसका गवाह है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ललित मोदी ने प्रियंका और राबर्ट वाड्रा के साथ लंदन में अलग-अलग मुलाकातों का खुलासा किया था। मोदी के ताजा खुलासे से भाजपा की भी मुश्किल बढ़ सकती हैं, क्योंकि नेहरू परिवार के वरुण गांधी सुल्तानपुर से भाजपा के सांसद हैं। हालाकि अब वरूण गांधी ने इन सारे आरोपों को आधरहीन बताते हुए खारिज किया।
ईडी ने की जांच की तैयारी
प्रवर्तन निदेशालय ने आइपीएल में वित्तीय अनियमितता और उसके पूर्व चेयरमैन ललित मोदी पर लगे आरोपों की जांच आगे बढ़ाने के लिए सिंगापुर और मॉरीशस से कानूनी सहायता मांगी है। अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने अदालत से दो अनुरोध पत्र (एलआर) प्राप्त करने के लिए ‘कानूनी प्रक्रिया’ शुरू कर दी है। इन अनुरोध पत्रों को 2009 में हुए आइपीएल के मीडिया अधिकार देने में कथित मनी लांड्रिंग की जांच के लिए दोनों देशों को भेजा जाएगा। इस मामले में दो आरोपी कंपनियां इन देशों में स्थित हैं। अनुरोध पत्र भेजे जाने से ईडी को उन कंपनियों के लेनदेन और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय करारों की अधिक जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।
ईडी ने मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय से अपना एक दल भी सिंगापुर भेजा है। अधिकारियों का कहना है कि यह दल मनी लांड्रिंग के एक अन्य मामले की जांच के लिए गया है। हालांकि ऐसा समझा जाता है कि दल इस मामले के संबंध में भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र कर सकता है। हाल ही में निदेशालय ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन कानून के तहत ललित मोदी और 13 अन्य बीसीसीआइ-आइपीएल अधिकारियों को नोटिस भेजा है।
इस बीच, ललित मोदी ने ईडी को अपने खिलाफ लगाए गए मनी लांड्रिंग के आरोपों में सुबूत पेश करने की चुनौती दी है। मोदी ने अपने धुर विरोधी श्रीनिवासन पर उन तीन खिलाडिय़ों का बचाव करने का आरोप लगाया जिन पर उन्होंने एक व्यवसायी से रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। ये तीनों चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हैं।
Hindi News from India News Desk
National News inextlive from India News Desk