- तैनाती के बाद सभी नए वाइस चांसलर्स की कराई जाएगी ट्रेनिंग

- इंडियन यूनिवर्सिटीज एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने जारी किया सकुर्लर

LUCKNOW : अब देश के किसी भी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर का पद भार ग्रहण करने के बाद पहले उनको वीसी के अधिकारों और संवैधानिक नियमों के बारे में प्रॉपर ट्रेनिंग दी जायेगी। इसके लिए इंडियन यूनिवर्सिटीज एसोसिएशन (एआईयू) सभी नए वीसी को इसके लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कराएंगा। एआईयू के प्रेसिडेंट डीएस चौहान ने बताया कि यूनिवर्सिटीज के कार्य प्रणाली में सुधार के लिए वीसी को इन सबके बारे में जानना जरूरी है। जितने भी नए वाइस चांसलर हैं उनकी ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसमें उन्हें सिखाया जाएगा कि वीसी के पद को कैसे संभाला जाए। उन्हें यूनिवर्सिटी एक्ट की जानकारी के साथ एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल की भी उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब पहली बार वीसी का पद संभालने वाले वाइस चांसलर्स की ट्रेनिंग कराई जा रही है।

पुराने वीसी देंगे गुरुमंत्र

प्रो। चौहान ने बताया कि शिक्षकों को अचानक वीसी का पद दे दिया जाता है। ऐसे में जब वह पद संभालते हैं तो उन्हें कुछ समझ ही नहीं आता कि वह काम कैसे करें। जब तक वह कार्यशैली समझते हैं तब तक उनका कार्यकाल पूरा हो जाता है, इसीलिए एआईयू सभी वाइस चांसलर्स की ट्रेनिंग कराने का निर्णय लिया है। इसका पहला बैच जून में होगा जिसमे 25 वाइस चांसलर्स को ट्रेनिंग देंगे। इसमें एक्सपर्ट के तौर पर पुराने वीसी जो कई बार यह इस पद संभाल चुके हैं उन्हें आमंत्रित करेंगे ताकि वह अपने गुरूमंत्र नए वीसी को दे सकें। इसके लिए सभी यूनिवर्सिटीजे बात भी हो चुकी है।

जोन वाइस होगी वीसी की ट्रेनिंग

गौरतलब है कि देश की 839 यूनिवर्सिटी ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एसोसिएशन के तहत आती हैं। इसका काम होता है कि यूनिवर्सिटी में जो दिक्कते हैं उन्हें केंद्र व राज्यपाल तक पहुंचाए। साथ ही इसमें सुधारों के बारे में भी यह कार्य करती है। डीएस चौहान ने बताया कि सभी नए वीसी की ट्रेनिंग पूरे देश में जोन वाइस होगी। जिसमें एक बार में कम से कम 25 वीसी को रखा जाएगा।