- बारिश में दोगुने हुए हरी सब्जियों के दाम

BAREILLY:

आसमान से एक तरफ राहत की बारिश हो रही है तो दूसरी तरफ सब्जियों के दाम में आग लग रही है। सबसे अधिक तेवर हरी पत्तेदार सब्जियों के हैं। बारिश में इनकी पैदावार कम होने से या यूं कहें खराब हो जाने के कारण इनके भाव आसमान में हैं। आने वाले दिनों में इनके नखरे और बढ़ने वाले हैं। बारिश में सब्जियों के बर्बाद होने से मंडी में बाहर से सब्जियां आना बंद हो गयी है। लोकल सब्जियों के भरोसे मार्केट जिंदा है। लेकिन, यह स्थिति को कुछ दिन ही संभाल सकती हैं। डिमांड के मुकाबले पैदावार कम होने से और बढ़ने की उम्मीद हैं। हालांकि, थोड़ी समझदारी दिखाते हुए महंगाई की मार से आसानी से बचा जा सकता हैं।

बारिश में पैदावार हुई कम

बरेली में 9960 हेक्टेयर में हरी सब्जियां उगाई जाती हैं। खरीफ, रवी और जायद को मिला कर लगभग 21 लाख टन हरी सब्जियां की पैदावार होती है। लेकिन, खरीफ के दिनों में सबसे कम मात्र 4 लाख टन ही सब्जियों की पैदावार होती है। उद्यान निरीक्षक शिवनाथ सिंह ने बताया कि इसका प्रमुख कारण है कि बारिश का पानी खेते में लगने से हरे पत्तेदार सब्जियां गल जाती हैं। यहीं नहीं धनियां, चौराई, पालक, अरुई पत्तों के कीड़े खा जाते हैं। जिस वजह से पैदावार कम होती हैं। यही कारण है कि हरी सब्जियों के भाव काफी चढ़ गए हैं।

बाहर से नहीं आ रही

मंडी में हरी सब्जियां बाहर से आना भी बंद हो गया है। क्योंकि, ट्रक से सब्जियों को मंगाने पर दो से तीन दिन का समय लगता है। बारिश का पानी पड़ने से इनके खराब होने के चांसेज सबसे अधिक होते हैं। नुकसान होने के डर से मंडी वाले हरी सब्जियों को बाहर से न मंगा कर लोकल किसानों पर ही निर्भर हैं। इस समय फतेहंगज पश्चिमी, बिथरीचैनपुर, नरियावल, आलमपुर जाफराबाद, भोजपुर, बबियान जैसे जगहों से हरी सब्जियां मंडी में आ रही हैं। लेकिन, सब्जियों के बर्बाद होने से किसान डिमांड को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

दो महीने में ही भाव चढ़े

सब्जियों के भाव दो महीने में ही चढ़ गए हैं। जो हरी मिर्च बारिश से पहले मात्र 20 रुपए केजी थी। वह 40 रुपए प्रति केजी बढ़ कर 60 रुपए पहुंच गयी है। आलू के दाम में भी 17 रुपए प्रति केजी के हिसाब से इजाफा हुआ हैं। जिसका प्रमुख कारण है आलू को स्टोर में रखना। जिले में चल रहे 17 कोल्ड स्टोर में वर्तमान समय में 828 लाख क्विंटल आलू होल्ड पड़ा हैं। अगस्त तक इनके भाव में और भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद हैं।

तेवर दिखा रही धनिया

सबसे अधिक तेवर धनिया दिखा रही हैं। हरी सब्जियों के खरीदने पर सब्जी विक्रेता जहां बिना कहे सब्जी के थैले में धनिया फ्री में डाल देते थे। वहीं अब पैसे देने पर भी सब्जी विक्रेता नखरे करते नजर आ रहे हैं। दो महीने में हरी धनिया के दाम में 90 रुपए प्रति केजी बढ़ोतरी हुई हैं। 40 रुपए केजी बिकने वाली हरी धनिया 130 रुपए प्रति केजी बिक रही है।

शहर में सब्जी मंडी और बिजनेस

- डेलापीर, श्यामगंज, बीआई बाजार, नगर निगम, कुतुबखाना सब्जी मंडी, सिटी सब्जी मंडी।

- 400 से अधिक होलसेलर और रिटेलर।

- 3 करोड़ रुपए हर महीने का है बिजनेस।

सब्जियों के दाम एक नजर

सब्जी - बारिश से पहले - अब

हरी धनिया - 40 - 130

आलू - 8 - 25

टमाटर - 25 - 60

मिर्च - 20 - 60

परवल - 28 - 40

तोरई - 10 - 28

बरेली में सब्जियों बुवाई और उत्पादन

खरीफ

- 1992 हेक्टेयर।

- 4 लाख मीट्रिक टन।

रवी

- 4980 हेक्टेयर।

- 10 लाख मीट्रिक टन।

जायद

- 2988 हेक्टेयर।

- 6 लाख मीट्रिक टन।

- 17 जिले में कोल्ड स्टोर।

- 828 लाख क्विंटल आलू कोल्ड स्टोर में रखा हुआ हैं।

- 90 परसेंट कोल्ड स्टोर भरा हुआ हैं।

- 10 परसेंट माल कोल्ड स्टोर से बाहर।