-बरेली में औसतन 2 से 3 वाहन हो रहे हैं चोरी, सबसे ज्यादा टू-व्हीलर

-सिर्फ 16 परसेंट चोरी के वाहन ही हो रहे बरामद, बाकी का नहीं कोई सुराग

<-बरेली में औसतन ख् से फ् वाहन हो रहे हैं चोरी, सबसे ज्यादा टू-व्हीलर

-सिर्फ क्म् परसेंट चोरी के वाहन ही हो रहे बरामद, बाकी का नहीं कोई सुराग

BAREILLY: BAREILLY: बरेली वाहन चोरी का गढ़ बन गया है। पलक झपकते ही वाहन चोरी हो जा रहा है। बरेली में औसतन ख् से फ् वाहन चोरी हो जाते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 9भ् परसेंट टू-व्हीलर चोरी हो रहे हैं। पुलिस का रिकार्ड देखें तो वर्ष ख्0क्7 में कुल 8ख्ख् वाहन चोरी के केस दर्ज किए गए हैं, जिसमें से सिर्फ क्फ्फ् वाहन ही बरामद हो सके, जो कुल वाहन चोरी का सिर्फ क्म् परसेंट ही है। 8ब् परसेंट वाहन चोरी के बाद कहां बेच दिए जाते हैं या फिर काटकर पा‌र्ट्स निकाल लिए जाते हैं, पुलिस को पता ही नहीं कर पायी।

तीन जिलों के टोटल से अध्िाक चोरी

बरेली रेंज में ब् जिले हैं, जिसमें बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं हैं। रेंज में सबसे ज्यादा वाहन चोरी बरेली डिस्ट्रिक्ट में ही होती है जो रेंज के तीन जिलों के टोटल से अधिक है। रेंज में वर्ष ख्0क्7 में कुल क्फ्म्म् वाहन चोरी हुए, जिनमें बरेली में 8ख्ख् और अन्य तीन जिलों में सिर्फ भ्ब्ब् वाहन ही चोरी हुए हैं। यही नहीं रेंज में वाहन चोरी की बरामदगी भी बरेली जिले से अधिक है। जहां बरेली में वाहनों की बरामदगी सिर्फ क्म् परसेंट है, तो रेंज में बरामदगी ख्भ् परसेंट है। बारादरी पुलिस ने कुछ दिन पहले ख्0 टू-व्हीलर चोरी की बरामद की थीं, लेकिन इसमें वन दरोगा के सरगना बेटे को बचाने का खेल कर दिया था।

टू-व्हीलर हो रही सबसे ज्याद चोरी

बरेली डिस्ट्रिक्ट में वर्ष ख्0क्7 में कुल 8ख्ख् वाहन चोरी हुए, जिनमें 78म्-टू व्हीलर की हैं। इसके अलावा ख्ख् फोर व्हीलर और क्ब् हैवी व्हीकल चोरी हुए हैं। इनमें भी ज्यादातर बाइक या तो सिटी या फिर रूरल एरिया में कस्बों से चोरी होती हैं। चोर भीड़भाड़ वाले एरिया, मार्केट, बैंक्वेट हॉल, बैंक या अन्य किसी ऐसे प्लेस से वाहन चोरी करते हैं, जहां लोगों को समझने में देर लगे।

एफआईआर के लिए दौड़ाते हैं

पुलिस अधिकतर वाहन चोरी के मामले ही नहीं दर्ज करती है और कई चक्कर लगवाती है। पहले पुलिस कंट्रोल रूम में भेजती है। उसके बाद खुद तलाशने के लिए कहती है। फिर तहरीर, गाड़ी के कागज और बीमा के कागज मांगकर रख लेती है। तब कहीं जाकर एफआईआर दर्ज करती है। कई बार तो वाहन मालिक को अधिकारियों या कोर्ट के दरवाजे पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए जाना पड़ता है। जिन लोगों का बीमा होता है वह पुलिस से फाइनल रिपोर्ट लगवाकर क्लेम ले लेते हैं, लेकिन जिनका बीमा नहीं होता है तो वह बस गाडि़यों की बरामदगी का इंतजार करते हैं। दो दिन पहले बारादरी पुलिस ने भ् टू-व्हीलर चोरी की एफआईआर एक में ही दर्ज कर ली थी, जिससे रिकॉर्ड में एक ही वाहन चोरी दर्ज होगी।

डाटा

8ख्ख्-वाहन चोरी बरेली में

78म्-टू-व्हीलर चोरी

ख्ख्-फोर व्हीलर चोरी

क्ब्-हेवी व्हीकल चोरी

क्फ्फ्-वाहन की हुई बरामदगी

क्फ्म्म्-वाहन बरेली रेंज में चोरी

फ्भ्0-वाहन हुए बरामद