- 20 स्थानों पर ही खड़े हो सकेंगे ठेले शहर में
- 18,252 वेंडर्स हैं शहर में
-12,295 लोग हैं रोजाना रेहड़ी लगाने वाले
- 5957 लोग साप्ताहिक रेहड़ी लगाते हैं
- 17,235 पुरुष लगाते हैं सड़क किनारे रेहड़ी
महिला-
-1017 महिला वेंडर्स हैं शहर में पंजीकृत
आई एक्सक्लूसिव
मितेंद्र गुप्ता
मेरठ। शहर में सड़कों के किनारे खड़े होने वाले वेंडर अब आई कार्ड से पहचाने जाएंगे। जी हां, नगर निगम और डूडा इन्हें आई कार्ड इश्यू करेगा। बिना आई कार्ड के अब रेहड़ी खोमचे वाले सड़क किनारे खड़े नहीं हो सकेंगे। शासन के आदेश पर नगर निगम और डूडा ने शहर में 20 स्थानों का चयन किया है। इन चयनित स्थानों पर ही वेंडर खड़े हो सकेंगे।
यहां खड़े होंगे वेंडर
सूरजकुंड हंस चौराहे से महापौर कैंप कार्यलय तक, कंकरखेड़ा पुल पार, कचहरी से मवाना रोड की ओर जाने वाला रास्ता, सीएबी कॉलेज से हाथी खाने तक, मेवला फाटक, मेडिकल से राधा गोविंद इंजीनियरिंग कॉलेज तक, परतापुर फ्लाईओवर के नीचे, जीआईसी कॉलेज, हापुड़ अड्डा सहित बीस स्थानों पर ही वेंडर खड़े हो सकेंगे।
पक्का निर्माण नहीं कर सकेंगे
शहर में ठेला लगाने वाले वेंडर अब पक्का निर्माण नहीं कर सकेंगे। जो पक्का निर्माण करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह देना होगा शुल्क
नगर निगम व डूडा ने वेंडर्स के लिए मासिक शुल्क तय किया है। अगर कोई वेंडर यह शुल्क रोजाना भी देना चाहता है। तो वह रोजाना दे सकता है। इसके अलावा वेंडर को पंजीकरण भी कराना होगा।
पंजीकरण शुल्क
सामान्य श्रेणी- 200 रुपये
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति- 100 रुपये
पिछड़ा वर्ग- 150 रुपये
महिला- 50 रुपये
विकलांग- 20 रुपये
60 वर्ष से अधिक आयु- 20 रुपये
मासिक शुल्क
पुरुष- 20 रुपये प्रति दिन, 500 रुपये मासिक
महिला- 10 रुपये प्रतिदिन, 250 रुपये मासिक
सीनियर सिटीजन - 10 रुपये प्रति दिन, 250 रुपये मासिक
विकलांग- 5 रुपये प्रति दिन, 125 रुपये मासिक
शहर में 18 हजार से अधिक वेंडर
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वर्जन
वेंडर्स की जगह तो होनी चाहिए। कोई कहीं पर भी खड़े कर देते हैं। गली मोहल्लों तक में वेंडर खड़े होने लगे हैं। इनकी वजह से जाम भी बहुत अधिक लगता है।
मनोज
शहर में वेंडर्स का बुरा हाल है। पूरे शहर की सड़कों को जाम कर रखा है। न ही कोई परमिशन और न ही कोई रजिस्ट्रेशन शासन ने यह सही कदम उठाया है।
पंकज
हापुड़ अड्डे पर इन्होंने कब्जा सा कर रखा है.आधी सड़क घेर रखी है। जिसकी वजह से वहां पर हमेशा जाम रहता है। इनकी जगह से तो निश्चित होनी चाहिए।
रवि तोमर
वेंडर्स का एक स्थान निश्चित होना चाहिए। जिससे कम से कम जाम आदि की समस्या तो नहीं रहे। आदमी फिर एक जगह ही जाएगा उसे जो भी सामान चाहिए होगा।
राकेश गोस्वामी
वेंडर कमेटी की बैठक में शुल्क और जगह निश्चित हो गई है। शहर में बीस स्थान भी निश्चित हो गए हैं। इनका आई कार्ड भी इश्यू किया जाएगा। बिना आई कार्ड के अब कोई खड़ा नहीं होगा।
मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त