एक पिस्टल और तीन दर्जन से अधिक कारतूस चेकिंग में गायब मिले

फ्लाइट लेफ्टिनेंट ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धूमनगंज थाने में दर्ज करायी रिपोर्ट

ALLAHABAD: देश की सीमाओं की सुरक्षा जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उठाने वाले वायुसेना प्रिमाइस के भीतर किसी ने सेंध लगा दी है। परिंदा भी पर मार न सके जैसी व्यवस्था होने के बाद भी कोई अजनबी शस्त्रागार तक पहुंच गया और असलहा कारतूस लेकर निकल गया। इसकी किसी को भी तब भनक भी न लगी। चेकिंग के दौरान इसका खुलासा हुआ तो एयरफोर्स ऑफिसर्स भी चौंक गए। खुद फ्लाइट लेफ्टिनेंट ने इसकी सूचना धूमनगंज पुलिस को देकर रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें किसी को नामजद नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि छानबीन की जा रही है।

जांच के दौरान हुआ खुलासा

मामला बमरौली एयरफोर्स कैंपस का है। शस्त्रागार में जमा असलहों के साथ गोलियों का मिलान किए जाने के समय यह तथ्य सामने आया कि एक पिस्टल और 37 कारतूस गायब हैं। रुटीन चेकिंग के दौरान इसका खुलासा होने के बाद असलहा और गोलियां जारी करने का रिकॉर्ड चेक किया गया। यहां से कोई जानकारी नहीं हो सकी कि यह इसे जारी किया गया है। इसका खुलासा होने का और कोई रास्ता न मिलने के बाद सेना के अफसरों ने रिपोर्ट दर्ज कराने का फैसला लिया। इससे पहले सेना की खुफिया विंग ने अपने स्तर पर भी इसे चेक किया और पता लगाने की कोशिश की। मालखाने से संबंधित अधिकारी से इसकी पूछताछ की। कोई ठोस सुराग हाथ न लगने पर इसकी जानकारी वायुसेना के उच्चाधिकारियों को दे दी गई। उनके निर्देश पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई। तहरीर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली।

कैसे घुस सकता है कोई बाहरी

वायुसेना के बमरौली स्थित हेडक्वार्टर में किसी बाहर का घुसना आलमोस्ट असंभव है। अव्वल तो किसी सिविलियन को इस प्रिमाइस में जाने की इजाजत नहीं है। किसी से मिलने के लिए कोई जाता भी है तो उसका पूरा रिकॉर्ड गेट के रजिस्टर पर दर्ज किया जाता है। बकायदा चेकिंग होती है। कैंटीन से सामान लेने के लिए आम तौर पर सिविलियन किसी न किसी वायुसैनिक या अफसर के साथ ही जाते हैं। दूसरे मालखाने की सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था होती है। यहां राउंड द क्लॉक सैनिक पहरा देते हैं। शिफ्टवाइज ड्यूटी लगाई जाती है। इस स्थिति में यह लगभग असंभव ही है कि कोई बाहरी आए और असलहा कारतूस समेटकर चला जाय। इससे दो इस संभावना को ज्यादा बल मिलता है कि यह मिसिंग का मामला है। किसी को इसे इश्यू किया गया और रिकॉर्ड को अपडेट नहीं किया गया। इसमें मालखाने में तैनात अफसर व कर्मचारी की भूमिका जांच के दायरे में आ जाती है।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीपा तिवारी की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

-एसओ, धूमनगंज