- सीर गोव‌र्द्धन में रैदासियों को रुकने के लिए किराये पर मकान देने से पहले वेरिफिकेशन फॉर्म भरवाना होगा जरूरी

- ऐसा न करने पर मकान मालिक के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई

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सीर में रविदास जयंती के दौरान लगने वाले मेले में देश विदेश से आने वाले रैदासियों को इस बार रुकने के लिए थोड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है क्योंकि पीएम के दौरे के कारण सीर और आस पास के क्षेत्रों में आसानी से किराये पर घर मिल जाने में इस बार प्रॉब्लम होना तय है। क्योंकि पीएम की सिक्योरिटी के मद्देनजर इस बार पुलिस ने क्षेत्र के लोगों को पूरी तैयारी के बाद ही कमरे किराये पर देने की हिदायत दी है। इसके कारण इस बार कुछ ही दिनों में हजारों रुपये कमा लेने वाले स्थानीय लोगों को अपनी कमाई के जाने का डर सताने लगा है।

थाने पर देनी होगी सूचना

सीर में इस बात को लेकर हर कोई परेशान है कि इलाके में रहने वाले बहुत से लोगों की एक्स्ट्रा इनकम मर जाएगी। एक्स्ट्रा इनकम से मतलब रविदास जयंती के दौरान पंजाब और दूसरे जगहों से आने वाले लोगों को किराये पर कमरे देकर मनचाहा किराया वसूलने से है लेकिन पीएम मोदी के इस बार सीर पहुंचने के कारण सुरक्षा एजेंसियों ने पहले से ही पूरे क्षेत्र में रहने वाले लोगों की लिस्टिंग करने को लोकल पुलिस से कह दिया है। जिसके बाद लंका पुलिस पिछले दो दिनों से सीर में रहने वाले अधिकांश लोगों के घर पहुंचकर ये चेक कर रही है कि कौन कौन लोग रैदासियों को कमरे किराये पर देते रहे हैं और इस बार देने की तैयारी में है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस वालों ने सख्त हिदायत दी है कि अगर बगैर थाने पर सूचना दिए और वहां मौजूद किरायेदारी वेरिफिकेशन फॉर्म को भरे किसी को कमरा दिया तो कार्रवाई तय है।

आती है लाखों की भीड़

- रविदास जयंती पर सीर में लाखों की भीड़ जुटती है

- इसमे पंजाब, हरियाणा समेत दूसरे देशों से भी भारी संख्या में रैदासी आते हैं

- इस बार मंदिर प्रबंधन दस लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटने का अंदाजा लगा रहा है

- इसके अलावा 15 फरवरी के बाद यूएस, कनाडा और दूसरी कंट्रीज से 225 एनआरआईज भी समारोह में शिरकत करने आएंगे

तंबू कनात होने लगा तैयार

- रविदास जयंती को लेकर तैयारियां सीर में शुरू हो गई हैं

- मुख्य समारोह स्थल पर वाटरप्रूफ पंडाल बनाने के साथ ही भव्य मंच बनाने का काम शुरू हो गया है

- मंगलवार को सीर में आने वाले जत्थे के लिए पंजाब से तीन ट्रक राशन पहुंच चुका है

- बाकी राशन बुधवार को आ रहे पहले जत्थे के साथ ट्रेन से आ सकता है

- तैयारियों में जुटे सेवादारों ने बताया कि समारोह स्थल से कुछ दूर एक बड़ा किचन बनाया जा रहा है

- इस किचन में एक बार में 10 हजार से ज्यादा लोगों के लिए खाना बनाने का काम होगा

- कुल दो हजार से ज्यादा सेवादार दिन रात लोगों की सेवा में लगेंगे

खाने का मेन्यू भी है डिसाइड

- किचन का काम संभालने वाले सेवादारों ने बताया कि 12 तारीख से खाना बनाने का काम शुरू हो जायेगा

- दोनों वक्त का भोजन, सुबह और शाम की चाय के साथ नाश्ता भी दिया जायेगा

- इसके लिए मेन्यू तैयार किया जा रहा है

- जिसमें एक वक्त में चपाती, दाल, चावल संग एक सब्जी परोसी जायेगी

- जबकि रात के खाने में पंजाबी भोजन के तहत छोले, चावल या फिर राजमा चावल देने की तैयारी है

- चाय बनाने के लिए डिब्बे बंद दूध का स्टॉक मौजूद रहेगा

- इसके अलावा बिस्किट और नमकीन चाय के साथ लोगों को दिया जायेगा