मेरठ : पिछले दिनों भारी बारिश व ओलों से किसानों की फसल को हुए नुकसान की जांच प्रशासन की ओर से कराई जा रही है। इस कड़ी में राजस्व अधिकारियों की ओर से की गई जांच रिपोर्ट के सत्यापन की जिम्मेदारी विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ स्कूलों के प्रिंसीपल्स को भी दी गई है। डीएम ने जिले के अलग-अलग विकास खंड में स्थित 52 स्कूलों के प्रिंसीपल्स को ग्राम पंचायत वार गांवों की जिम्मेदारी दी है।

डीएम ने दिया निर्देश

डीएम के निर्देश के अनुसार सूची में नामित सभी प्रिंसीपलस को ग्राम चौकीदार से मुनादी कराने को कहा गया है। किसी भी हाल में सत्यापन में गए प्रिंसीपल किसी किसान, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य के घर में नहीं बैठेंगे। सभी को सार्वजनिक स्थल पर बैठकर सत्यापन का प्रक्रिया पूरी करनी होगी। किसानों की समस्याएं सुन व समझकर उनसे क्षति संबंधी प्रार्थना पत्र स्वीकार कर उन खेतों का स्थलीय निरीक्षण कर नुकसान वाली फसलों के सर्वे का सत्यापन करेंगे।

रिपोर्ट में होगी पूरी जानकारी

अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से कृषि फसलों को हुई क्षति के विवरण पत्र पर सत्यापन अधिकारियों को पूरी रिपोर्ट देनी होगी। इसमें स्थान व निरीक्षण कर्ता के साथ ही किसान व उनके पिता का नाम, खसरा संख्या, फसल का प्रकार, 50 प्रतिशत से अधिक क्षति वाला रकबा, 25 से 50 प्रतिशत क्षति वाला रकबा आदि की जानकारी देनी होगी। 17 अप्रैल की सुबह बैठक में सभी को अनिवार्य रूप से अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया गया है।