- स्कूल को देना होगा 50 रुपये के फार्म पर पूरा ब्योरा

- पुलिस ने झाड़ा पल्ला, कहा स्कूल दे सहयोग

मेरठ। सीबीएसई से दो महीने की डेडलाइन मिलने के बाद स्कूलों की जान सांसत में आ गई है। एक तरफ इतने कम समय में वेरिफिकेशन करवाना स्कूलों के लिए चुनौती है तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी दो महीने में तकरीबन दो लाख वेरिफिकेशन देख फार्म भरने से लेकर पूरा ब्योरा विभाग को प्रोवाइड करवाने का जिम्मा भी स्कूलों को दे दिया है।

100 से ज्यादा स्कूलों का होना है वैरिफिकेशन

गौरतलब है कि शहरभर में 100 से ज्यादा प्राइवेट स्कूल हैं। जिनमें बच्चों समेत तकरीबन दो लाख कैंडिडेट्स का वेरिफिकेशन निर्धारित समय में करवाना होगा। ऐसे में स्कूलों के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। स्कूल संचालकों का कहना है कि अभी तो फार्म का फार्मेट व वेरिफिकेशन की कंप्लीट डिटेल्स क्लीयर होने में ही काफी समय लग जाएगा।

खुद भरना होगा ब्योरा

वेरिफिकेशन के लिए स्कूलों को खुद ही सारा ब्योरा देना होगा। जबकि सभी की डिटेल्स भी अपने रिस्क पर प्रोवाइड करवानी होगी। वेरिफिकेशन के लिए ब्योरा देने से लेकर समय से वेरिफिकेशन कराने तक की सारी जिम्मेदारी अब स्कूल संचालकों पर ही है।

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वर्जन

एसपी सिटी से हमने बात की हैं। उनका कहना है कि सभी स्कूलों को 50 रूपये प्रति व्यक्ति फीस देकर वेरिफिकेशन कराना होगा। इसके लिए सभी डिटेल्स हमें ही प्रोवाइड करनी होंगी।

राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष

हाल ही में दो तीन स्कूलों ने वेरिफिकेशन के लिए पुलिस को डिटेल्स दी थी। लेकिन अभी तक उनका वेरिफिकेशन नहीं हुआ है। समय से हमारे स्कूलों का वेरिफिकेशन हो जाएगा यह मुश्किल है।

प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल

स्कूलों को खुद आगे आकर सारी जिम्मेदारी लेनी होगी। पुलिस के पास मैनपॉवर कम हैें और हमारे पास समय कम हैं। ऐसे में सारी जिम्मेदारी हमारे ऊपर ही आ गई है।

सतीश शर्मा, प्रिंसिपल, मिलेनियम पब्लिक स्कूल

हमने स्कूलों को फार्म भरकर देने के लिए कह दिया है। जब वह फार्म जमा करवा देंगे तो हम वेरिफिकेशन करवा देंगे।

मान सिंह चौहान, एसपी सिटी, मेरठ