- मेरठ के व्यापारी मनोज त्यागी के अपहरण में था हाथ

- एक करोड़ की फिरौती भी मांगी थी

- पुलिस ने मोनू पर 5 हजार का इनाम किया था घोषित

DEHRADUN: दून कोर्ट में एक केस के सिलसिले में आए कुख्यात अपराधी मोनू त्यागी उर्फ सचिन को पुलिस ने प्रिंस चौक के पास दबोच लिया। मोनू कुख्यात विनय त्यागी का दाहिना हाथ था और उसपर पांच हजार का इनाम भी रखा गया था। पुलिस ने मोनू को सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया।

मनोज गुप्ता अपहरण कांड में था हाथ

मोनू त्यागी गत वर्ष क्9 फरवरी को दून से मेरठ के व्यापारी मनोज गुप्ता का अपहरण करने वाले विनय त्यागी उर्फ टिंकू के गिरोह का सबसे शातिर सदस्य था। इस अपहरण कांड में भी मोनू शामिल था। विनय को पुलिस ने बीती फ्0 जनवरी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मोनू हत्थे नहीं चढ़ा। वहीं, मंगलवार को किसी मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि मोनू त्यागी देहरादून कोर्ट में केस के सिलसिले में दून आ रहा है और वह सुबह करीब क्क् बजे कचहरी पहुंचेगा। पुलिस ने कचहरी जाने वाले सभी मार्गो पर चेकिंग शुरू कर दी। करीब क्ख् बजे प्रिंस चौक से गुजर रही एक इनोवा कार में मोनू त्यागी दिख गया। पुलिस ने तत्काल कार रुकवाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

कई राज्यों में दर्ज हैं मुकदमे

मोनू त्यागी बदमाश विनय त्यागी का दाहिना हाथ है और उस पर यूपी, उत्तराखंड दिल्ली और हिमांचल में दर्जनों मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने बताया कि क्8 फरवरी को मनोज गुप्ता इनोवा कार में ड्राइवर और एक महिला मित्र ममता मसीह के साथ अपने फार्म हाउस में आया था, जो डूंगा में है और प्रेमनगर थाना क्षेत्र में आता है। लेकिन वह अपने फार्म हाउस में नहीं पहुंचा। इससे पहले मनोज गुप्ता ने अपने ड्राइवर को नीरंजनपुर में ही उतार दिया था। इसके बाद पुलिस ने ममता मसीह के नम्बर को सर्विलांस पर लगा दिया था। जिसके बाद पुलिस ने ममता मसीह को गिरफ्तार किया। ममता से पुछताछ में पता चला कि इस घटना का मुख्य अभियुक्त विकास त्यागी है। ममता मसीह टाऊन स्पा थैरपी दिल्ली में काम करती थी, जहां उसकी मुलाकात विनय त्यागी से हुई। विनय त्यागी ने ममता को मेरठ के व्यापारी मनोज गुप्ता के बारे बताया और उसको लूटने का प्लान बनाया। विनय त्यागी ने इसके लिए ममता को मोबाइल सिम भी दिये। ममता ने इसके बाद मनोज गुप्ता से दोस्ती की। क्8 फरवरी ख्0क्म् को मनोज और ममता दून पहुंचे। वहीं मोनू त्यागी भी अपने गैंग के साथ दून पहुंचा और मनोज गुप्ता के साथ मारपीट कर उसका अपहरण कर लिया। साथ ही उसके घर से क् करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी। पुलिस ने छानबीन कर ममता सहीत 9 अभियुक्त को गिरफ्तार किया। मोनू त्यागी की लम्बे समय से पुलिस तलाश कर रही थी। एक मुखबिर की सूचना से जब पता चला की मोनू त्यागी किसी केस के सिलसिले में देहरादून आ रहा है तो उसे पुलिस ने प्रिंस चौक से गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायलय में पेश कर जेल भेज दिया।

अपहरण कांड में ये हो चुके गिरफ्तार

-विनय त्यागी पुत्र सेवाराम त्यागी निवासी जागृति विहार मेरठ (उप्र)

-अंबुज त्यागी पुत्र दुष्यंत त्यागी निवासी रामपुरी थाना कोतवाली मुजफ्फरनगर (उप्र)

-विकास कुमार पुत्र राजवीर निवासी जठनगला कोतवाली मुजफ्फरनगर (उप्र)

-ममता मसीह पुत्री संतपाल मसीह निवासी ग्राम पवासा थाना किशनगंज मंडी उज्जैन (मध्य प्रदेश)

-विकास त्यागी पुत्र राकेश मोहन निवासी राजेंद्रनगर नौचंदी ग्राउंड मेरठ (उप्र)

-मनोज कुमार जाटव उर्फ मन्नू पुत्र मनफूल निवासी सिविल लाइंस मुजफ्फरनगर (उप्र)

-केशव शर्मा उर्फ राहुल पुत्र जगशरण निवासी गिंदोड़ा थाना पकवाड़ा मुरादाबाद (उप्र)

-भूदेव उर्फ भूरा पुत्र रामशरण निवासी हसनपुरकला थाना ढिढीली मुरादाबाद (उप्र)

-जयदेव उर्फ पिंटू पुत्र जसवीर निवासी मोदीयान कॉलोनी थाना मोदीनगर गाजियाबाद (उप्र)