-- गोरखपुर से चलने वाली ट्रेनों में कागजों में हो रही वीडियोग्राफी

-जहरखुरानी, ईवटीजिंग और चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए जीआरपी को दिया गया था निर्देश

GORAKHPUR: गोरखपुर जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों में वीडियोग्राफी कागजों में चल रही है। इस कारण मुंबई, दिल्ली, सूरत और जम्मू की तरफ से आने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री अनसेफ हैं। वहीं जीआरपी की माने तो उनके पास मैन पावर नहीं है, जिसके चलते वह ट्रेनों में वीडियोग्राफी नहीं करा पा रहे हैं।

अधिकारियों के निर्देश को मातहत दिखा रहे ठेंगा

चलती ट्रेन में होने वाली जहरखुरानी, ईवटीजिंग और चोरी जैसी घटनाओं के मद्देनजर ट्रेनों में वीडियोग्राफी कराने के निर्देश जीआरपी के आला अधिकारियों की तरफ से जारी किए गए हैं, लेकिन मातहत उनके निर्देश को ठेंगा दिखा रहे हैं। गोरखपुर जंक्शन पर आने वाली किसी भी ट्रेन में जीआरपी की तरफ से कोई वीडियोग्राफी नहीं कराई जाती है। यही रीजन है कि जहरखुरानी, ईवटीजिंग और चोरी जैसी घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं।

कई बार उच्च अधिकारियों को करा चुके हैं अवगत

जीआरपी की माने तो ट्रेनों में वीडियोग्राफी इसलिए नहीं हो पाती है क्योंकि उनके पास मैन पावर नहीं है। एक कांस्टेबल है भी तो वह डेडबॉडी के ही वीडियोग्राफी में उलझा रहता है। इस समस्या को लेकर जीआरपी प्रभारी ने भी उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है, जबकि इन दिनों ज्यादातर ट्रेनों में वीडियोग्राफी की आवश्यकता है।

क्या है नियम

नियमानुसार, जीआरपी को एक दरोगा और कांस्टेबल के साथ जनरल बोगी, स्लीपर और जरूरत पड़ने पर एसी बोगियों की रिकार्डिग करानी चाहिए। खासतौर से उन ट्रेंस में जिसमें जहरखुरानी, ईवटीजिंग और चोरी की वारदात हो रही हों। वहीं जीआरपी दरोगा की माने तो वीडियोग्राफी के लिए विभाग की तरफ से कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती है और न ही उसे डेटाज को सेव करने के लिए सिस्टम में कोई जगह बनाई गई है।

इन ट्रेंस में है वीडियोग्राफी की जरूरत

- गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस

- वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस

- गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस

- जननायक एक्सप्रेस

- जनसेवा एक्सप्रेस

- बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस

- अवध-आसाम एक्सप्रेस

- सप्तक्रांति एक्सप्रेस

- सत्याग्रह एक्सप्रेस

वीडियोग्राफी कराने के लिए परफेक्ट दरोगा और कांस्टेबल चाहिए। एक अकेला कांस्टेबल डेडबॉडी की ही केवल रिकार्डिग कर पाता है। जब तक मैन पावर नहीं होगा। तब तक ट्रेंस की रिकार्डिग संभव नहीं है।

कन्हई प्रसाद, एसएसआई, जीआरपी गोरखपुर जंक्शन