- सुबह सवा नौ बजे पीडी ने डीडीओ के साथ किया औचक निरीक्षण, सभी रहे अनुपस्थित

- अनुपस्थित कर्मचारियों को पीडी ने रेड मार्क लगाते हुए कर दिया अबसेंट, हुआ हंगामा

<- सुबह सवा नौ बजे पीडी ने डीडीओ के साथ किया औचक निरीक्षण, सभी रहे अनुपस्थित

- अनुपस्थित कर्मचारियों को पीडी ने रेड मार्क लगाते हुए कर दिया अबसेंट, हुआ हंगामा

BAREILLY:

BAREILLY:

जनसुनवाई के लिए सूबे के सभी आलाधिकारियों के लिए जारी शासनादेश को लेकर फ्राइडे को विकास भवन में कर्मचारी और अधिकारी आमने सामने आ गए। नारेबाजी, घेराव, नोंकझोक के चलते विकास भवन में करीब ब् घंटे तक काम प्रभावित रहा। आखिर में नवागत डीएम पिंकी जोवेल को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने काम करना शुरू किया। दिन भर यह हंगामा विकास भवन समेत जिले के अन्य विभागों में चर्चा का विषय बना रहा।

लगा दी सबकी अबसेंट

बता दें कि हाल ही में शासन ने सभी आलाधिकारियों को सुबह 9 बजे कार्यालय पहुंचकर जन सुनवाई के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते अधिकारी सुबह 9 बजे ही कार्यालय पहुंच रहे हैं। फ्राइडे को प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी का पदभार संभाल रहे परियोजना निदेशक साहित्य प्रकाश मिश्र सुबह 9.क्0 बजे ही विकास भवन पहुंच गए। पहुंचते ही उन्होंने विकास भवन के सभी क्ब् कार्यालयों का उपस्थित रजिस्टर चेक किया। कार्यालयों में सिर्फ अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने अनुपस्थित करीब 90 परसेंट कर्मचारियों को रजिस्टर में अबसेंट दर्ज कर दिया।

तानाशाही कर रहे अधिकारी

कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि अधिकारी शासनादेश की खीझ कर्मचारियों पर निकाल रहे हैं। बताया कि अबसेंट करने पर कर्मचारियों का आक्रोशित होना तय है। उन्होंने डीडीओ राम रक्षपाल यादव और पीडी का घेराव किया। जमकर नारेबाजी के बाद कार्य बंद कर दिया, जिसके बाद पीडी और डीडीओ यह मामला लेकर दोपहर करीब क्ख्.फ्0 बजे नवागत डीएम के पास पहुंचे। वहां उन्होंने सारी बात बताई, जिसके बाद डीएम ने विकास भवन का रुख किया और कर्मचारियों की बात सुनी। फिर उन्होंने मनरेगा की समीक्षा बैठक की।

सभी कर्मचारियों से जवाब तलब किया गया है। पहले तो समय से नहीं आ रहे और जब कार्रवाई हुई तो हंगामा कर रहे हैं। सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।

राम रक्षपाल यादव, डीडीओ

अधिकारियों की तानाशाही पर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया है। कर्मचारियों को जब समय परिवर्तन किए जाने का कोई आदेश मिला ही नहीं तो वह कैसे समय से आएंगे। गलती अधिकारियों की है।

हरीश गंगवार, कमचारी नेता