आगरा। केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के बयान को लेकर किसानों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को किसानों ने केन्द्रीय राज्यमंत्री के बयान को लेकर मुंडन करा उनकी प्रतीकात्मक अस्थियों का नहर में विसर्जन किया।

विसर्जन से पहले पुतला दहन

बता दें, केन्द्रीय मंत्री ने एनटीपीसी की जमीन को किसानों की ना बताकर भारत सरकार की जमीन होने का बयान दिया था.इसे लेकर किसानों में गुस्सा है। आक्रोशित किसानों ने पहले राज्यमंत्री का पुतला दहन किया। इसके बाद मुंडन कराकर अस्थि कलश का विसर्जन किया।

अनशन के दौरान एक किसान की हालत नाजुक

शमसाबाद रोड स्थित एनटीपीसी पॉवर ग्रिड पर पिछले 10 दिनों से चल रहे अनशन में एक वृद्ध किसान की हालत नाजुक बताई जा रही है। बावजूद इसके भी ना तो कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा है, ना कोई डॉक्टर्स की टीम मौके पर भेजी गई है।

अपना काम होते ही वादे से मुकर गई एनटीपीसी

किसान नेता श्याम सिंह चाहर की मानें तो एनटीपीसी ने वर्ष 2010 में जिन गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया था, वहां किसानों को मुफ्त बिजली और गांवों के विकास की बात कही थी। किसान कई बार अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन एनटीपीसी पॉवर ग्रिड के अधिकारियों द्वारा कोरा आश्वासन ही दिया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि अपना काम होते ही एनटीपीसी के अधिकारी अपने वादे से मुकर गए।

किसानों ने बंद कराया काम

क्षेत्रीय किसानों ने एनटीपीसी में चल रहे काम को बंद करा दिया है। बता दें, नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन का मुख्य काम ताप विद्युत संयत्रों का प्रौद्योगिकी निर्माण एवं संचालन करना है। एनटीपीसी पॉवर ग्रिड के गेट के सामने अनशन करने वालों में किसान नेता श्याम सिंह चाहर, भगवान सिंह, रनवीर वेदप्रकाश, तुकमान सिंह, दाताराम, राजकुमार, मंगल सिंह समेत अन्य किसान मौजूद रहे।

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