- ग्राम सभा केवटली में जर्जर पुलिया टूटी

- ग्रामीणों ने खुद ही बनाया नहर के बीच से वैकल्पिक रास्ता

PIPRAICH: विकास खंड पिपराइच के ग्राम सभा केवटली को सोनबरसा बाजार से जोड़ने वाले लिंक मार्ग पर सिंचाई विभाग का बनाया पुल बारिश होते ही टूट गया है। इस कारण परेशान लोगों ने नहर के बीच से ही वैकल्पिक रास्ता बना कर आवागमन शुरू किया है। कुछ दिन पहले क्षतिग्रस्त होकर पुल लटक गया था। आए दिन आने जाने वाले राहगीर उसमें फंसकर गिर भी जाते थे। कई बार शिकायत करने पर भी जिम्मेदारों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। यही कारण है पहले से काफी क्षतिग्रस्त हो चुकी पुलिया आखिर ढह गई। मजबूरन नहर के बीच से आना-जाना लोगों की मजबूरी बन गई है। अधिकारियों के इस रवैये से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।

उदासीनता का शिकार

ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 20 मीटर पुलिया का निर्माण 50 वर्ष पूर्व नहर खुदाई के दौरान हुआ था। ये कार्य सिंचाई विभाग के अंतर्गत आता है। लंबे समय से रखरखाव के अभाव में पुल जर्जर होता गया। वहीं, विभाग से बार-बार शिकायतों के बावजूद भी जिम्मेदारों ने इसकी सुधि नहीं ली है। अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये से उक्त पुल उपेक्षा का शिकार होता चला गया। ग्रामीणों तथा प्रधान के बार-बार शिकायत प्रार्थना पत्र के वावजूद भी कोई जिम्मेदार झांकने तक नहीं आ रहा है। इस कारण स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।

सीडीओ का आदेश भी बेकार

पुलिया के निर्माण के लिए सीडीओ डॉ। मन्नान अख्तर ने सिंचाई विभाग को आदेश भी दिया था। लेकिन जिम्मेदारों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। विगत 16 जून को सीडीओ ने गांव का निरीक्षण किया था। उस समय ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण के संबंध में उन्हें अवगत कराया था। सीडीओ ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सिंचाई विभाग से उक्त पुलिया के बारे में जानकारी ली और इस्टिमेट तैयार कर शीघ्र निर्माण का आदेश दिया। इसके बावजूद कुछ नहीं किया गया।

रोज काट रहे चक्कर

ग्राम प्रधान दिग्विजय कुमार ने बताया कि समस्या को लेकर काफी समय से ग्रामीण अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। आए दिन ब्लॉक मुख्यालय से लेकर सिंचाई विभाग तथा जिला मुख्यालय के सभी अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया जाता है। इसके बावजूद कोई भी जिम्मेदार मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। वहीं, लोग वैकल्पिक रास्ते से जान जोखिम में डाल कर किसी तरह नहर के बीच से आवागमन कर रहे हैं।

वर्जन

पत्र मिला है। जांच करा जल्द निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

- सत्य प्रकाश सक्सेना, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग