ऑनलाइन शापिंग को बनाया निशाना  

खतरनाक ट्रॉजन/बॉटनेट परिवार का यह वायरस ऑनलाइन शापिंग करने वालों में अपने शिकार खोज रहा है. सीईआरटी-इन ने इसकी पहचान 'ब्रटपॉस' के रूप में की है. सीईआरटी-इन हैकिंग रोकने और भारत के इंटरनेट डोमेन की सुरक्षा को मजबूती देने वाली अंतरराष्ट्रीय नोडल राष्ट्रीय एजेंसी है. एजेंसी की ओर से हाल में जारी किए गए दिशानिर्देशों में के मुताबिक ब्रटपॉस फैल रहा है. यह मुख्यत: विंडो आधारित सिस्टम को निशाना बना रहा है.

खतरनाक हैकर

यह वारस इतना खतरनाक है कि एक बार इसने सिस्टम को संक्रमित कर दिया तो फिर इसके कमांड से संपर्क स्थापित कर सर्वर को कब्जे में ले लेता है. इसके बाद यह इसके स्टेटस को अपडेट कर कमांड या फिर आइपी एड्रेस हासिल करने लगता है. इसके बाद दूर बैठा हैकर कब्जे में किए गए सिस्टम से कार्ड पेंमेट डाटा समेत कार्डधारक का नाम, खाता नंबर, अंतिम तिथि और सीवीवी कोड आदि चुरा लेता है.इस वायरस को सिस्टम से अन्य जानकारियां मसलन ऑपरेटिंग सिस्टम का ब्योरा, सिस्टम कंफ्यूग्रेशन आदि चुराने में महारत हासिल है. एक बार क्रेडिट या डेबिट की जानकारी हाथ लग गई तो हैकर आसानी से कार्ड से रकम उड़ा सकता है. पॉस डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट वाली किसी दुकान या व्यापारिक प्रतिष्ठान के सिस्टम को ढूंढ़ता है.

Business News inextlive from Business News Desk