- वीआईटी प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज 2015 में एक्सप‌र्ट्स ने दिए स्टूडेंट्स को सफलता के सूत्र

- कार्यक्रम में सब्जेक्ट एक्सप‌र्ट्स ने इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए बच्चों को सुझाई राह

Meerut : स्कूली शिक्षा के आखिरी पड़ाव पर बच्चों में गजब का उत्साह होता है। करियर को सफलता के फलक पर ले जाने के लिए ढेरों सपने होते हैं और उन सपनों को पंख देने के लिए आपार ऊर्जा, लेकिन इस उम्र में बच्चे अपनी क्षमताओं की पहचान नहीं कर पाते। भेड़चाल में वे भी वही करियर सिलेक्ट कर लेते हैं, जिनको उनके पेरेंट्स ने चुन रखा होता है। कैंट स्थित अतिथि भवन में फ्राइडे को ऑर्गनाइज वीआईटी प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज 2015 में बच्चों को उनकी क्षमताओं से पहचान कराई गई। इंजीनियरिंग जैसे प्रतिष्ठित फील्ड में कैसे करियर बनाएं, कैसे इसकी तैयारी करें, इंस्टीट्यूट को सेलेक्ट करते वक्त किन खास बातों का ख्याल रखें और मौजूदा समय में इंजीनियरिंग में कौन-कौन से कोर्सेज उपलब्ध हैं, इन सभी इंपोर्टेट बातों को विस्तार से बताया गया। वीआईटी यूनिवर्सिटी के सहयोग से ऑर्गनाइज किए गए सेमिनार में इनवाइट किए गए हमारे एक्सप‌र्ट्स ने बच्चों को इंजीनियरिंग की राह चुनने के लिए गाइड तो किया ही साथ ही यह सलाह भी दी कि किसी भी प्रकार के ग्लैमर के झांसे में आकर अपने करियर का सिलेक्शन न करें।

अपने काम से प्यार करो

वीआईटी प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज 2015 में मौजूद एक्सप‌र्ट्स ने इंजीनियरिंग में करियर सिलेक्ट करने से पहले जिन क्वालिटीज की जरूरत होती है उससे बच्चों को रूबरू कराया। उन्होंने बच्चों को टिप्स देते हुए अपनी क्षमता का आंकलन करने का तरीका बताया। साथ ही अपने करियर के गोल को पाने के लिए सक्सेस मंत्रा के गुर भी दिए। दीवान पब्लिक स्कूल की फैकल्टी नेहा कपूर ने स्टूडेंट्स से खचाखच भरे हॉल में कहा कि कोई भी करियर चूज करने से पहले किसी ग्लैमर की चकाचौंध में न आएं। वही करियर चुनें जिससे आपको प्यार है। अपने काम से प्यार करोगे तभी करियर में सफलता मिलेगी। इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने के लिए उन्होंने क्वालिटीज गिनाते हुए कहा कि एक इंजीनियरिंग एसपिरेंट्स में एनेलिटिकल थिंकिंग, हाई लेवल ऑफ एब्स्ट्रैक्ट थिंकिंग, और साइंस को समझने की क्षमता होनी चाहिए। यही नहीं किसी भी करियर की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए उन्होंनें सफलता के चार सूत्र भी दिए। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि क्लियरिटी, एप्टिट्यूट, इंट्रेस्ट और पर्सनल ग्रूमिंग ऐसे सक्सेज मंत्रा हैं, जो करियर में सफलता के लिए जरूरी हैं।

डीक्यूब से मिलेगी सक्सेज

एक्सप‌र्ट्स के टिप्स ने बच्चों में इतनी दिलचस्पी पैदा कर दी कि वे उन्हें तल्लीनता से सुनते रहे। वहीं एक्सप‌र्ट्स ने भी सक्सेज प्राप्त करने के लिए अपने कमान के सारे तीर उनके सामने रख दिए। आरजी कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। दीक्षा केमिस्ट्री सब्जेक्ट की एक्सपर्ट है। उन्होंने सफलता के गुर सिखाते हुए बच्चों को डीक्यूब प्लस एचडब्लू इक्युअल टू एसडब्लूएफसी का फॉर्मूला दिया, जिसको विस्तार से समझाते हुए कहा कि डीवोशन, डेडिकेशन, डिटरमिनेशन को हार्ड वर्क के साथ मिलाओ तो उसका रिजल्ट सक्सेज विद फ्लाइंग कलर्स के रूप में मिलेगा। किसी भी सफलता के लिए कठिन परिश्रम, जुनून, कटिबद्धता और लगन का होना बेहद जरूर है। यह क्वालिटी है तो इंजीनियरिंग में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक पाएगा।

एक्सप‌र्ट्स के सक्सेज मंत्रा

क्लियरिटी : बेसिक क्लियर होना।

एप्टिट्यूट : स्किल्स के साथ किसी काम को करने की क्षमता

इंट्रेस्ट : फील्ड वही सिलेक्ट करें जिससे प्यार हो।

ग्रूमिंग : करियर की डिमांड के अनुसार अपने पर्सनैलिटी में भी बदलाव लाएं

डिटरमिनेशन: दृढ़ संकल्प

डेडिकेशन : जुनून

डिवोशन: लगन

डिसिजन : कौन सा करियर चुनना है सही समय पर इसका निर्णय।

हार्ड वर्क : कठिन परिश्रम