VARANASI

निकाय चुनाव में वोटर लिस्ट की कमियों को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। सूबे के विधि न्याय, सूचना, खेल युवा कल्याण राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी का ही नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। इसकी जानकारी उन्होंने डीएम को दी। आपत्ति के बाद संबंधित क्षेत्र के पर्यवेक्षक व बीएलओ को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। राज्यमंत्री का आवास वार्ड नंबर ख्7 विरदोपुर में है। वहीं बूथ संख्या 327 के अंतर्गत राज्यमंत्री का ही नहीं उनके पूरे परिवार का नाम मतदाता सूची में सम्मिलित नहीं हैं। इस क्षेत्र के वोटर लिस्ट अपडेट करने के लिए भुवनेश्वरी नामक बीएलओ को सौंपी गई थी। वहीं पर्यवेक्षक का जिम्मा हरेंद्र कुमार को सौंपा गया था। दोनों काशी विद्यापीठ ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय, कुरहुआं के सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। पर्यवेक्षण के बावजूद मतदाता सूची में से राज्यमंत्री का नाम ही छूट गया। जबकि मतदाता सूची अपडेट करने के लिए क्क् सितंबर से तीन अक्टूबर तक व्यापक अभियान चलाया गया है। इसके तहत बीएलओ को घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन करना था।

 

15 दिनों में मांगी गयी रिपोर्ट

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बृज भूषण चौधरी ने बताया कि मतदाताओं के सत्यापन में लापरवाही बरतने के आरोप में प्राथमिक विद्यालय, कुरहुआं के सहायक अध्यापक हरेंद्र कुमार व भुवनेश्वरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही बीआरसी चोलापुर से संबद्ध कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए दशाश्वमेध जोन के खंड शिक्षा अधिकारी बृजेश कुमार राय व पिण्डरा ब्लॉक के बीईओ अशोक कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही क्भ् दिनों के भीतर निलंबित अध्यापकों के आरोप पत्र देते हुए रिपोर्ट भी मांगी गई है।