-सोसल साइट्स पर वोट देने के लिए भी कर रहे हैं अपील

- लोगों को इमोशनली जोड़ने के लिए बनाया हॉट वीडियो

<-सोसल साइट्स पर वोट देने के लिए भी कर रहे हैं अपील

- लोगों को इमोशनली जोड़ने के लिए बनाया हॉट वीडियो

ALLAHABAD:

ALLAHABAD:

ऐ फिर से मुर्गा बनोनहीं तो मैम से कह दूंगाक्या यार बार बार हमें ही क्यों मुर्गा बनना पड़ रहा है.बार बार मुर्गा बनने से अब तो अंदर से भी खुद के सचमुच मुर्गा होने की फील आने लगी हैये मैम का चिन्टू जो हैहमें ही क्यों बार बार मुर्गा बनाता हैइसे किसने क्लास का मानीटर बना दियायार ऐसे नहीं मानिटर बना। इसके लिए क्लास में वोटिंग हुई थी। सबने वोट दिया थातो फिर हम दोनों कहां थेयार उस दिन हम लोग अबसेंट थेयाद रखिए अगर आपको मुर्गा नहीं बनना है तो वोट दें

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम कहना क्या चाह रहे हैं। ये बातें यूं ही नहीं कही गई हैं। बल्कि एक क्लास रूम के अंदर दो बच्चों को मुर्गा बनाकर उसकी वीडियो बनाई गई है। जो दिखाता है कि कैसे क्लास में ज्यादातर बच्चों के अबसेंट होने पर एक शरारती लड़का क्लास का मानिटर बन गया और बाद में सब पर आपना रौब जमाता है। आखिर कोई अब क्या कर सकता है। वोट देने के दिन तो चुन लिया गया एक शरारती लड़का। तो अब परेशानी हो उठानी ही होगी। कुछ ऐसी ही हमारे समाज की कंडीशन भी है। लोगों को वोट देने के लिए उन्हें समझाने के लिए सोसल नेटवर्किग साइट्स पर ऐसे कई वीडियो बनाकर उन्हें शेयर किया जा रहा है ताकि पब्लिक को वोटिंग का मतलब समझ में आए।

हर तरह के वीडियो

वोटिंग के लिए शेयर हो रहे वीडियो बहुत ही सेंसिटिव बनाए गए हैं ताकि जो देखे उसे फील करे। यूथ को उसी के अंदाज में समझाने वाले वीडियो भी तेजी से शेयर किए जा रहे हैं। कुछ हॉट वीडियो इस तरह के बनाए गए हैं जो यूथ को ज्यादा पंसद आ रहे हैं, लेकिन लेकिन लास्ट में पता चलता है कि उसका मकसद वोटिंग के लिए है। वोट न देने से कैसे हमारा आपका नुकसान होता है। हर बार हम कैसे वोट न देने से अपना कितना नुकसान कर बैठते हैं, ऐसे ही सीन इस वीडियों में दिखते हैं।

जाग रहा मतदाता

पॉलिटिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि मीडिया के साथ सोसल साइट्स पर हो रहे अवेयरनेस प्रोग्राम का रिजल्ट है कि इस बार चुनावी महासंग्राम में लोग अवेयर दिख रहे हैं। ज्यादातर जगहों पर म्0 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है। कुछ जगहों पर यह 80 प्रतिशत के आपपास पहुंच गया है। इसका कारण है कि अब लोग धीरे धीरे अवेयर हो रहे हैं। सिर्फ अरबन ही नहीं रुरल एरियाज में भी लड़के अवेयर हैं। सोसल साइट्स का यूज करते हैं। वह भी वाट्स एप और फेसबुक यूज करते हैं और वीडियो शेयर करते हैं। यही कारण है कि सोसल साइट्स की मदद से अवेयरनेस बढ़ रहा है।

तैयार हो गया एक बड़ा मार्केट

वाट्स एप पर तेजी से सर्कुलेट हो रहे वीडियो ने कई लोगों को रोजगार भी दिया है। पॉलिटिकल पार्टी से जुडे़ लीडर भी यही चाह रहे हैं कि बैठे बैठे उनका काम हो जाए। उन्हें आईटी एक्सपर्ट वीडियो और पिक्चर बनाकर शेयर करने का आप्शन बताते हैं। इसी तरह एनिमेशन से जुड़े लोग भी पॉलिटिकल पार्टी के लिए एक से बढ़कर एक कार्टून वीडियो बना कर शेयर कर रहे हैं।

-लाहाबाद ही नहीं पूर्वाचल के लीडर भी हमारे कांटैक्ट में हैं। उनके थ्रू हमें काफी काम मिला है। चुनाव में प्रचार प्रसार के लिए हर कोई अत्याधुनिक तरीका अपना रहा है। यकीनन इससे लोग अवेयर होंगे। सोसल साइट्स के अलावा वन वे वायर कालिंग और मैसेजिंग के थ्रू अवेयर किया जा रहा है।

रजनीकांत श्रीवास्तव

डॉयरेक्टर बिजनेस एक्सप्लोरल