सुबह के 9 बजे थे। हम एमबी इंटर कॉलेज में डेरा जमाए हुए थे उधर सूरज के जोश में कोई कमी नहीं थी दूसरी तरफ वोटर्स में भी जल्दी वोटिंग करने का गजब का उल्लास झलक रहा था। शर्मा फैमिली के सभी मेंबर्स वोट देकर कैंपस से निकलने ही वाले थे कि सक्सेना फैमिली उनसे टकरा गई। शर्मा फैमिली ने तपाक से पूछा अरे आप भी आ गए। तो जवाब मिलाहां सोचा यह काम पहले ही निपटा लिया जाए।

हैंडीकैप्ट ने भी किया मतदान

कॉलेज में 10 बूथ बनाए गए थे। उसी वक्त दूसरे बूथ पर एक बुजुर्ग दोपहिया गाड़ी से उतरे। दो पुलिस वालों ने उन्हें बूथ के अंदर जाने में मदद की। उत्साह से लबरेज उन्होंने कहा इस बार वोट दे ही दूं पता नहीं अगली बार देने को मिले या नहीं। वहीं एक और बूथ पर सिंह परिवार अपनी बेटी जोशली सिंह का वेट कर रहा था। जोशली एक पैर से हैंडीकैप्ड है। उसका भाई उसे सहारा देकर वोट दिलवाकर बाहर आ रहा था। शहर विधानसभा के अधिकांश पोलिंग सेंटर्स पर सुबह-सुबह ही वोटिंग के लिए वोटर्स का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। यह उत्साह करीब 2 बजे तक बरकरार रहा, लेकिन उसके बाद वोटिंग में गिरावट देखने को मिली। एमबी में सुबह 9 बजे 16 परसेंट तो 3 बजे तक 45 परसेंट वोट पड़ चुके थे। वहीं रिक्खी सिंह 9 बजे तक 11 परसेंट तो 3 बजे तक 50 परसेंट वोट पड़ चुके थे। केडीएम इंटर कॉलेज में 1 बजे तक 42 तो 3 बजे तक 52 परसेंट वोट पड़ चुके थे। यही हाल सूरजभान इंटर कॉलेज, सरस्वती विद्या मंदिर, बालजती, जीआरएम का भी था। शाम 3 बजे तक एवरेज वोटिंग परसेंटेज 50 को पार कर चुका था। केवी आईवीआरआई में वोटिंग उम्मीद से काफी धीमी रही। यहां 5 बूथों पर सुबह 9 बजे तक 8 और 11 बजे तक 18 परसेंट वोट ही पड़े थे।