- एनएच-2 पर मंडी समिति के पास दीवार सर्विस रोड पर गिरी

- मलबे में दबा स्कूटी सवार युवक, एक कार भी हुई क्षतिग्रस्त

आगरा। सरकारी विभाग की लापरवाही बुधवार को एक बार फिर जानलेवा होने से बची। थाना एत्माद्उद्दौला के मंडी समिति केपास एनएच-2 की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। सर्विस रोड पर गिरी दीवार के मलबे में स्कूटी सवार युवक दब गया। एक कार भी मलबे की भेंट चढ़ गई। सीओ बीएस त्यागी सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन में घायल हो हॉस्पिटल में एडमिट कराया। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार उन्होंने जर्जर दीवार को दुरुस्त कराने के लिए विभाग में शिकायत की थी, लेकिन गंभीरता नहीं दिखाई गई।

अचानक भरभरा कर नीचे आ गई दीवार

थाना एत्माद्उद्दौला के एनएच-2 मंडी समिति के समीप मुख्य मार्ग की सड़क की दीवार की ऊंचाई करीब 10 फीट है। बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे करीब 100 मीटर लंबा दीवार का हिस्सा भरभराकर सर्विस रोड पर आ गिरा। उस दौरान वहां एक ऑल्टो कार खड़ी थी। एक युवक स्कूटी से अपने काम पर जा रहा था। कार व युवक स्कूटी सहित मलबे में दब गया। एक चालक ने आयशर गाड़ी खड़ी की थी, वो भी दब गई।

धमाके की आवाज सुन बाहर निकले

दीवार गिरने से तेज धमाके की आवाज हुई। घटनास्थल पर सामने ही दो हॉस्पिटल बने हैं। अस्पतालों से लोग बाहर आ गए। मलबे में दबे स्कूटी सवार युवक को बचाने में जुट गए। लोगों से उसे बमुश्किल मलबे से बाहर निकाला। घायल हालत में उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया। ऑल्टो कार आशीर्वाद हॉस्पिटल के डॉक्टर के रिश्तेदार इंदिरापुरम निवासी सामर्थ की थी। वह 10 मिनट पहले ही तीन लोगों के साथ कार खड़ी कर गए थे।

एनएचएआई ने नहीं दिखाई गंभीरता

मौके पर लोगों ने बताया कि डेढ़ साल पहले इसी लाइन की दीवार गिर गई थी। तब एक ट्रांसपोर्ट कंपनी की करीब 10 गाडि़यां दब गई थी। एनएचएआई ने बोरियां लगाकर सपोर्ट लगाई थी, जो अब भी वहीं पर लगी हुई हैं। लोगों ने सर्विस रोड से हाईवे पर चढ़ने के लिए इस सपोर्ट को सीढ़ी बना लिया है। डेढ़ महीने पहले रोड बारिश के चलते धंस गया था। इसकी एनएचएआई और अन्य विभागों को जानकारी दी। कुछ दिन पहले हाईवे की दीवार झुकने लगी। एनएचएआई ने चंबल सैंड से भरी बोरियां दीवार किनारे रखवा दीं। सड़क दुरुस्त नहीं कराई। लगातार बारिश और नीचे नाले के पानी के चलते दीवार कमजोर होती गई। जहां चंबल सैंड की बोरी रखवाई गई थीं, वहां दीवार गिरने से बच गई। कुछ इंच आगे की दीवार गिर गई।

मलबे में दबे हो सकते हैं लोग

लोगों का कहना था कि अगर दोपहर में दीवार गिरती, तो हादसा बड़ा हो सकता था। दोपहर में चहल-पहल अधिक रहती है। जहां दीवार गिरी, वहां लोग अधिकतर टॉयलेट करने आते हैं। गाडि़यां भी खड़ी होती हैं। उन्होंने मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका जताई। एनएचएआई ठेकेदार ने बताया कि वह तीन-चार क्रेन से मलबा हटवा रहे हैं। देररात तक मलबा नहीं हट पाया था। कार और स्कूटी व आयशर को निकाल लिया था।