वॉर्ड संख्या - 51, फाल्तूनगंज

पार्षद - शेखरपाल, ग्रेजुएट

जनसंख्या - 11 हजार

वोटर्स - 8.5 हजार

मोहल्ले - फाल्तूनगंज, कालीबाड़ी, जुल्फिकारगंज

BAREILLY:

शहर का सर्वाधिक सघन और आबादी वाला वार्ड 51 फाल्तूनगंज, सिविल लाइंस जैसे पॉश एरिया के नजदीक होने के बाद भी अव्यवस्थाओं और समस्याओं से जूझ रहा है। निवासियों के मुताबिक पार्षद ने जो प्रस्ताव कराए हैं, उनमें से ज्यादातर सिर्फ कागजों पर ही हैं, जमीन पर उनका नामोनिशां नहीं है। वहीं, जो कार्य हुए हैं वह भी लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। 11 हजार की जनसंख्या वाले इस वॉर्ड में 1740 करदाता हैं, लेकिन सिर्फ 213 करदाता ही टैक्स अदा करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सड़क, बिजली और पेयजल जैसी मूलभूत समस्याओं से यह वार्ड आज भी जूझ रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने वॉर्ड स्कैन मुहिम में जानी फाल्तूनगंज की दुर्दशा और सुविधओं को तरसते लोगों की दिक्कतें।

हक और हकीकत

सड़क पर िबखरे पत्थर

कालीबाड़ी के मुख्य मार्ग को छोड़ दें तो कॉलोनी की ज्यादातर सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। कुछ गलियां इस कदर संकरी हैं कि वहां निवासियों ने पत्थर रखकर सड़कों का खुद से कामचलाऊ निर्माण कार्य किया है। इलाके में ज्यादातर इंटरलॉकिंग टाइल्स और सीमेंटेड रोड का निर्माण हुआ है। इसमें भी जगह-जगह सड़क धंस गई है जो बारिश में जानलेवा साबित हो सकती है।

लोगों ने चोक किए नाले

नगर निगम और पार्षद की अनदेखी से वार्ड के नाले पूरी तरह चोक हो गए हैं। कॉलोनियों में करीब तीन फीट तक गहराई के नाले उफान पर पहुंच चुके हैं। इसके बावजूद भी लोग नालियों में पॉलीथिन फेंक कर उसे और भी चोक कर रहे हैं, जो लोगों की नॉन सिविक सेंस का बताता है। हालांकि, नालियों को साफ कराने के लिए निवासी आए दिन पार्षद के पास पहुंचते हैं, लेकिन स्थिति बदहाल ही है।

धड़ल्ले से िबजली चोरी

इलाके में जगह-जगह बिजली के पोल लगे हैं पर कनेक्शन के बावजूद लोग बिजली चोरी करते है। नाम न छापने की शर्त पर एक निवासी ने बताया कि यहां के लोगों की आय सामान्य से कम है। ऐसे में, जहां से भी बचत हो जाए उसे करने से नहीं चूकते। जिसका नतीजा है कि फाल्तूनगंज में कटिया लगाकर बिजली चोरी करने वालों की बहुतायत है। घरों से सटे पोल चोरी में मददगार बन जाते हैं।

पार्किंग से रोड जाम

वार्ड में कालीबाड़ी मार्ग के अलावा अन्य सभी मोहल्ले संकरे हैं। ऐसे में कालीबाड़ी मार्ग ही निवासियों के लिए वाहन पार्किंग बन जाता है। देर रात से लेकर सुबह तक यहां वाहन लगे रहते हैं। इसके अलावा तमाम ठेले, खोमचे वालों का भी एरिया में जबरदस्त अतिक्रमण है। शाम ढलते ही गाडि़यों और ठेले खोमचे वालों की लंबी लाइन लगती है, जिससे यहां चौड़ी रोड संकरी हो जाती है, जिससे जाम लगता है।

आधा अधूरा निर्माण कार्य

फाल्तूनगंज में निवासियों को बिजली, पानी से ज्यादा आधा अधूरा निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग है। पिछले चार माह पहले यहां रोड पर इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने के लिए रोड उखाड़ दी गई। उसके बाद उखड़ी रोड पर गिट्टियां बिछा दी गई और यहीं काम ठप हो गया। अब यह गिट्टियां आवागमन में बाधक तो बन ही रही हैं आए दिन यहां कोई न कोई चोटिल भी हो रहा है।

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पब्लिक डिमांड

- खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट ठीक हों

- सफाईकर्मी की मनमानी पर रोक लगे

- कूड़ा कचरा फेंकने के लिए डलावघर बने

- नालों पर से अतिक्रमण हटे, नाले साफ हों

- सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाया जाए

- स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जाए

वार्ड बोलता है

अब धीरे-धीरे यहां भी हालात बद से बदतर हो रहे हैं। ज्यादातर इलाके गंदगी से पटे पड़े हैं।

सफाईक र्मी आते हैं, पर कूड़ा उठाकर मोहल्ले के किसी चौराहे पर डालकर वहां डलावघर बना रहे हैं। वह नालियां साफ नहीं करते।

सुशीला, हाउसवाइफ

सुविधाएं नदारद हैं। पीडि़त समस्याओं से पार्षद व जिम्मेदारों को अवगत कराते हैं। दोनों ही आश्वासन तक सीमित हैं। पार्षद ने जीतने से पहले जो भी वादे किए उनमें से एक भी वादा पूरी तरह से पूरा करने में फिसड्डी रहे हैं।

रवि राजपूत, बिजनेसमैन

स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। सड़कें जर्जर हो रही हैं। नालियां चोक हैं। हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। शुरुआत में पार्षद ने तेजी दिखाई पर पिछले करीब 3 वर्षो से किसी की समस्या वह नहीं सुलझा रहे हैं।

गौरव राजपूत, अध्यक्ष, युवा लोधी सभा

पार्षद भी इन्हीं समस्याओं के साथ जी रहे हैं। खुद समस्याओं से वाकिफ होने के बाद भी अगर वह समस्याएं दूर नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसे पार्षद का न होना ही बेहतर है। उन्हें वार्ड के विकास की तरफ ध्यान देना चाहिए।

प्रेमराज, बिजनेसमैन

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जवाब दो पार्षद जी

रिपोर्टर - अतिक्रमण हटाने के लिए क्या प्रयास किया जा रहे हैं?

पार्षद - अतिक्रमण से आलाधिकारी वाकिफ हैं। यह अधिकारियों को भी दिखता है। हम सिर्फ प्रस्ताव या शिकायत कर सकते हैं। शिकायत पर कार्रवाई भी होती है पर चंद दिन बाद फिर से अतिक्रमण हावी हो जाता है। अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं तो कोई क्या करे।

रिपोर्टर - कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए क्या किया आपने?

पार्षद - जो सफाई कर्मचारी हैं, वह कूड़ा मोहल्ले के बाहर निकाल कर रख देते हैं। पर जब नगर निगम की गाड़ी उन्हें उठाने ही नहीं आ रही है तो कोई क्या करे। डोर टू डोर योजना फ्लॉप हो चुकी है। हम बोर्ड मीटिंग में आवाज उठाते हैं तो दबा दी जाती है।

रिपोर्टर - अधूरा निर्माण कार्य लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं?

पार्षद - इलाके के विकास के लिए कई सारे प्रस्ताव लगाए गए हैं। कुछ निर्माण कार्यो के प्रस्ताव मंजूर हुए और निर्माण कार्य शुरू हुआ पर ठेकेदार की लापरवाही के चलते निर्माण कार्य ठप हो गया है। बोर्ड बैठक में निर्माण कार्य पूरा कराने का प्रस्ताव रखा जो मंजूर हुआ है। जल्द ही रोड निर्माण पूरा हो जाएगा।